कांग्रेस ने भारतीय नागरिकों की कथित निगरानी (Snooping) पर नरेंद्र मोदी सरकार पर सवाल उठाने के लिए पत्रकार वार्ता का आयोजन किया था।
कांग्रेस की तरफ से रविवार को आयोजित इस पत्रकार वार्ता में कहा गया है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को व्हाट्सएप से संदेश मिला, कि उनके फोन को डिजिटल जोखिम (हैकिंग) का सामना करना पड़ रहा है। सुरजेवाला ने यह खुलासा तब किया जब उनसे पूछा गया कि क्या पार्टी के नेताओं को व्हाट्सएप द्वारा उनके फोन की जासूसी को लेकर सतर्क किया गया था। जिसमें इज़रायली स्पायवेयर पेगासस शामिल था।
सुरजेवाला ने कहा “व्हाट्सएप ने अलग-अलग लोगों को संदेश भेजकर हैकिंग की जानकारी दी थी। ऐसा ही एक मैसेज व्हाट्सएप से श्रीमती प्रियंका गांधी वाड्रा के फोन पर भी आया था, ”।
जब सुरजेवाला से पूछा गया, कि कांग्रेस यह सब अब क्यों बता रही है। सुरजेवाला ने कहा – कि उन्हें गुरुवार को स्नूपिंग ऑपरेशन की खबर आने बाद ( जिसमें व्हाट्सअप के द्वारा इज़राईली सॉफ्टवेयर से कई भारतीयों के व्हाट्सअप और फ़ोन हैक किये गए हैं ) संदेश के बारे में सूचित किया गया था।
इज़रायल की निगरानी फर्म एनएसओ ग्रुप ने यह स्पष्ट कर दिया है, कि इसकी पेगासस स्पाइवेयर केवल सरकारी एजेंसियों को बेची जाती है। इसी बात की तरफ़ इशारा करते हुए सुरजेवाला ने मोदी सरकार से पूछा कि सरकार इस बात का खुलासा करे, इस सॉफ्टवेयर को किसने खरीदा और सरकार द्वारा इसकी खरीद के लिए किसको अधिकृत किया गया था।
कांग्रेस प्रवक्ता सुरजेवाला ने केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी पर जाससूी करने का आरोप लगाते हुए कहा – कि लोग बीजेपी के लिए एक नया नाम बता रहे हैं- ‘भारतीय जासूसी पार्टी।’ साथ ही उन्होंने केन्द्र सरकार के लिए भी एक नारे के जरिए हमला बोलते हुए कहा- ‘अबकी बार जासूस सरकार।’कांग्रेस प्रवक्ता ने दावा किया कि कांग्रेस के पास इस बात की भी जानकारी है कि ‘पेगासस’ नाम के स्पाईवेयर के द्वारा कौन-कौन से इंटरनेट, ब्रॉडबैंड नेटवर्क करप्ट किए गए। साथ ही उन्होंने इस मामले में जांच और सख्त एक्शन की मांग की है।