पाकिस्तान को हिलाकर और मानवता को शर्मसार कर देने वाले तथा जनता के गुस्से को सड़को तक ला देने वाली घटना पर पाक अदालत का ऐतिहासिक फैसला आया है.
पाकिस्तान की एक अदालत ने शनिवार को पिछले महीने 6 वर्ष की जैनब अमीन के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले में 24 वर्षीय युवक इमरान अली को फांसी की सजा सुनाई है.
मीडिया खबरों के अनुसार- इस फैसले की घोषणा लाहौर सेंट्रल जेल में की गई. कोर्ट ने सख्त लहजे में कहा कि, गुनाह इतना गंभीर है कि रेपिस्ट को कम से कम चार बार मौत की सजा मिलनी चाहिए.
अदालत ने आरोपी इमरान अली को –
- जैनब को अगवा करने
- दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या करने
- और आतंक फैलाने का दोषी करार देते हुए सजा सुनाई.
दोषी को बच्ची के साथ दुष्कर्म और शव को कूड़े में छुपाने के लिए आजीवन कारावास और 20 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अभियोजक एहतेशाम कादिर ने कहा कि आरोपी को खुद को बचाने के पूरे मौके दिए गए, लेकिन उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया.
क्या है मामला?
- पांच जनवरी को जैनब लापता हो गई थी. तब उसके माता-पिता सऊदी अरब गए हुए थे और वह अपनी एक रिश्तेदार के साथ रह रही थी.
- इमरान बच्ची का ही पड़ोसी है.
- 9 जनवरी को शाहबाज खान रोड के पास कचरे के एक ढेर से उसका शव बरामद किया गया था.
- पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में बलात्कार की पुष्टि हुई थी.
- उसके बाद पाकिस्तान को झकझोर देने वाली इस घटना के विरोध में समूचे मुल्क में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन हुए थे.
- पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए मामले की जांच की .
- फरेंसिक एजेंसियों ने संदिग्धों के 1000 सैंपल और 150 डीएनए की जांच की, तब जाकर दुष्कर्म करने वाले की पहचान हो पाई.