तेलुगू देशम पार्टी व वाईएसआर कांग्रेस द्वारा अविश्वास प्रस्ताव के लिए दी गई नोटिसों पर सोमवार को चर्चा शुरू नहीं हो सकी. इससे पूर्व शुक्रवार को नोटिस दिया गया था. बताया जा रहा है, कि मंगलवार को दोनों पार्टियां एक बार फिर से अविश्वास प्रस्ताव पर नोटिस देंगी.
सोमवार को लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदन में व्यवस्था नहीं होने के कारण अविश्वास प्रस्ताव को आगे बढ़ाने से मना कर दिया था. गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के
लिए तैयार है, साथ ही उन्होंने सभी दलों से सहयोग की अपील की है.टीडीपी और वाएसआर कांग्रेस द्वारा लाये गए इस अविश्वास प्रस्ताव पर कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, एनसीपी, समाजवादी पार्टी, एआईएमआईएम और आरजेडी सहित कई विपक्षी दलों ने इन नोटिसों पर अपना समर्थन जताया है.
केंद्रीय संसदीय मामलों के मंत्री अनंत कुमार ने सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले संवाददाताओं को बताया, “हम अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने के लिए तैयार हैं, क्योंकि सदन में हमारे पास समर्थन है. हम आश्वस्त हैं.” तेदेपा के सांसद थोटा नरसिम्हन ने कहा कि पार्टी सदस्य पहले सदन में प्रस्ताव पेश करने पर जोर देंगे. उन्होंने कहा कि तेदेपा ने तृणमूल, कांग्रेस और समाजवादी पार्टी सहित विपक्षी दलों से बात कर ली है.
वर्तमान में लोकसभा में 539 सदस्य हैं, जिसमें से भाजपा के 274 सांसद हैं, जो अविश्वास प्रस्ताव गिराने के लिए आवश्यक 270 से अधिक हैं, भाजपा के पास शिवसेना और अकाली दल जैसी सहयोगी पार्टियों का भी समर्थन है. पर अभी तक शिवसेना ने अविश्वास प्रस्ताव पर अपने पत्ते नहीं खोलें हैं.