नयी दिल्ली, 20 अगस्त (भाषा) राष्ट्रीय राजधानी के जंतर-मंतर पर रविवार को आयोजित हिंदू महापंचायत में एक हिंदूवादी संगठन के अध्यक्ष ने घोषणा की कि विभाजन तब तक अधूरा रहेगा जब तक इस देश में एक भी मुसलमान रहेगा।
हरियाणा के नूंह में 31 जुलाई को हुई सांप्रदायिक झड़पों के खिलाफ अखिल भारतीय सनातन फाउंडेशन और अन्य संबंधित हिंदुत्ववादी संगठनों ने महापंचायत का आयोजन किया था।
हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने अपने भाषण की शुरुआत हरियाणा की मौजूदा भाजपा शासित सरकार पर नूंह में झड़पों को रोकने में विफल रहने और क्षेत्र को “साफ” करने में सक्षम नहीं होने के लिए आलोचना करते हुए की, उन्होंने कहा कि यह दिन-ब-दिन अपराधियों का गढ़ बन रहा है, विशेष रूप से साइबर अपराधों में शामिल लोगों का।
गुप्ता ने अपराधियों के मन में डर पैदा करने के लिए नूंह में सीआरपीएफ शिविर या सेना छावनी स्थापित करने की मांग की। हालांकि, जैसे ही वह आगे बढ़े, हिंदू सेना प्रमुख ने घोषणा की कि विभाजन तब तक अधूरा रहेगा जब तक एक भी मुस्लिम इस देश में रहेगा।
#Delhi | The mahapanchayat was organised in the Jantar Mantar area by Hindutva bodies to protest communal clashes that broke out in Haryana’s #Nuh on July 31.
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— Scroll.in (@scroll_in) August 21, 2023
गुप्ता ने मंच से कहा, ”इस देश का विभाजन 1947 में धर्म के आधार पर हुआ था और जब तक एक भी मुसलमान इस देश में रह रहा है, विभाजन अधूरा रहेगा।
अधिकारी ने कहा, ‘इसके तुरंत बाद दिल्ली पुलिस के दो अधिकारियों ने मंच पर दस्तक दी और उनमें से एक ने घोषणा की कि कैसे पुलिस विभाग ने आयोजकों को बार-बार चेतावनी दी है कि वे नफरत फैलाने वाले भाषण ों का सहारा न लें और किसी विशेष समुदाय को निशाना न बनाएं, और चूंकि वक्ता इसका पालन करने में विफल रहे हैं, इसलिए हमें इस कार्यक्रम को अभी समाप्त करना होगा और हम आपसे वहां से चले जाने का अनुरोध करते हैं.’
इसके बाद, पुलिस और महापंचायत के सदस्यों के बीच मामूली बहस हुई, जिसके बाद पुलिस ने 5-6 लोगों को कुछ समय के लिए हिरासत में ले लिया।
गौरतलब है कि नूंह हिंसा में दो होमगार्ड जवानों सहित छह लोगों की मौत हो गई थी। भीड़ और जलाभिषेक यात्रा में शामिल लोगों के बीच झड़प के बाद हिंसा भड़क उठी थी। हरियाणा पुलिस ने झड़प ों के सिलसिले में हाल ही में फरीदाबाद से एक स्वयंभू गौरक्षक राज कुमार उर्फ बिट्टू बजरंगी को गिरफ्तार किया था। यह बताया गया है कि भिवानी दोहरे हत्याकांड के आरोपी मोनू मोनेसर और बजरंग दल के एक अन्य नेता बिट्टू बजरंगी द्वारा सोशल मीडिया पर कुछ “ट्रिगर” वीडियो ने नूंह हिंसा के लिए मंच तैयार किया।