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मुज़फ्फ़रनगर में दलित युवक की पिटाई, भीम आर्मी करेगी आन्दोलन

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यूपी के मुजफ्फरनगर में कथित हिंदुवादी संगठनों के लोगों ने एक दलित युवक की लाठी-डंडों से जमकर पिटाई कर दी. पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. हेलमेट पहने युवक को कई युवक गाली देते हुए बुरी तरह पीट रहे हैं. विडियो में गालियों की भी आवाज सुनाई पड़ रही है.साथ ही युवक को पीटते समय सवाल किया जा रहा है कि देवी-देवताओं का अपमान क्यों किया? क्यों देवी-देवताओं के पोस्टर उखाड़े गए? पिटाई करते लोग इस युवक से देवी-देवताओं के जयकारे भी लगवाते दिख रहे हैं. दरअसल युवक और उसके गाँव के बहुत से लोगों ने हिन्दू धर्म त्यागकर बौद्ध धर्म अपना लिया था।
विडियो में युवक को बेरहमी से पीटा जा रहा है. वह बचने के लिए हाथ जोड़ रहा है लेकिन पिटाई करने वाले उसकी एक भी बात को बिना सुने लगातार डंडों से पीट रहे हैं. पिटाई करने वालों के अलावा भी कई अन्य लोग मौके पर मौजूद हैं. पिटाई का शिकार युवक हेलमेट लगाए हुए है. इससे साफ है कि वह बाइक पर सवार था।
जानकारी के मुताबिक पिटाई का शिकार हुए युवक का नाम विपिन है. इस विडियो की पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि यह घटना मुजफ्फरनगर के पुरकाजी थाना क्षेत्र के गांव कल्लनपुर की है.युवक 14 जनवरी को अपनी दुकान से बाइक पर घर लौट रहा था. रास्ते में आरोपियों ने रोक कर जातिगत हीनभावना रखते हुए लाठी-डंडों से पिटाई की. हमलावरों ने विपिन से जबरदस्ती जय श्रीराम के नारे लगवाए. हमलावरों ने कानून व्यवस्था को चुनौती देते हुए उक्त हमले की वीडियो क्लिप बनाई और दहशत फैलाने के लिए इसको सोशल मीडिया पर वायरल भी कर दिया. जिस युवक को पीटा जा रहा है, वह दलित युवक हाल ही में जेल से छूट कर आया है.

दो माह से सुलग रही थी चिंगारी, खटक रहा था दलितों का बौद्ध धर्म अपनाना

कल्लनपुर में दलित युवक की पिटाई के प्रकरण से दो माह पहले हुआ घटनाक्रम भी जोड़कर देखा जा रहा है. कई बार बहसबाजी हुई, लेकिन लोगों ने समझा-बुझाकर शांत कर दिया. घटनाक्रम पिछले दो माह से चल रहा है. 24 नवंबर को ग्राम कल्लनपुर में कुछ दलित परिवारों ने अपने घरों से हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां उतारकर फेंकने का वीडियो वायरल किया था. इसके बाद गांव के कुछ युवकों ने पांच दलितों के विरुद्ध थाने में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की थी.
इस पर पुलिस ने मुकदमा कायम कर दो अन्य युवकों को भी जेल भेज दिया था. इसके अलावा गत छह दिसंबर को ग्राम अब्दुलपुर में आयोजित बाबा साहब के परिनिर्वाण दिवस पर ग्राम कल्लनपुर के कुछ दलितों के बौद्ध धर्म अपना लेने और घरों में लगी देवी-देवताओं की मूर्तियां उतारकर बौद्ध की तस्वीर लगा लेने से गांव के लोग नाराज थे. खबर यह भी है कि जिस युवक के साथ मारपीट की घटना हुई है, वह उक्त प्रकरण में मुख्य भूमिका निभा रहा था.
इसी वजह से वह कुछ लोगों की आखों में किरकिरी बना हुआ था. इसके अलावा भी करीब दो वर्ष पूर्व हुई एक घटना में गुर्जर समाज के लोगों के विरुद्ध एससी-एसटी एक्ट का मुकदमा दर्ज होने के पीछे भी इस परिवार की मुख्य भूमिका रही थी.
इस मामले को लेकर दोनों ही बिरादरी में कई बार टकराव हो चुका है. इसके अतिरिक्त सहारनपुर हिंसा के दौरान भी इस युवक ने खुद को भीम आर्मी की युवा विंग से जुड़ने की बात कहते हुए आपत्तिजनक पोस्ट डाली थी. तब भी पुलिस ने उसके खिलाफ कार्रवाई की थी. उधर, पुलिस द्वारा महिलाओं को हिरासत में लेने पर क्षेत्र के भाजपा नेता भी पुलिस से नाराज हैं. भाजपाइयों ने इस मामले से वरिष्ठ नेताओं को अवगत करा दिया है.

भीम आर्मी ने दी आंदोलन की चेतावनी

इस घटना से आक्रोशित भीम आर्मी के पदाधिकारियों ने बुधवार को पुरकाजी में धरना देने की घोषणा की है. साथ ही बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है. बाद में प्रतिनिधिमंडल ने एसपी सिटी से मिलकर हमलावरों की गिरफ्तारी की मांग की. उधर, शहीद ऊधम सिंह सेना, बौद्घ महासभा, आरक्षण बचाव संघर्ष समिति, जय सिंधु संघ के कार्यकर्ताओं ने भी इसी मामले को लेकर एसएसपी ऑफिस पर प्रदर्शन किया.

क्या कहते हैं एसएसपी

दलित युवक की पिटाई के मामले में पुरकाजी थाने पर मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए दबिश डाल रही है. जल्द आरोपी हमलावरों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा. वायरल वीडियो की भी पुलिस जांच-पड़ताल कर रही है.
– अनंत देव, एसएसपी, मुजफ्फरनगर

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