मायावती ने अपनी प्रासंगिकता नहीं खोई है और बसपा को उत्तर प्रदेश में वोट मिलेगा, भाजपा के वरिष्ठ नेता और देश के गृहमंत्री अमित शाह ने न्यूज 18 चैनल को दिए एक साक्षात्कार में कहा।
जैसे ही राज्य में चौथे चरण के चुनाव का प्रचार समाप्त हुआ, केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि जाटव वोट बसपा के पास रहे और मुस्लिम भी कई सीटों पर बसपा को वोट देंगे। यह पूछे जाने पर कि क्या इससे बीजेपी को मदद मिलेगी, शाह ने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि इससे बीजेपी को फायदा होगा या नुकसान. यह सीट पर निर्भर करता है … हर सीट का अपना खास समीकरण होता है। लेकिन यह सच नहीं है कि मायावती की प्रासंगिकता खत्म हो गई है.”
समाजवादी पार्टी, जिसे यूपी में भाजपा के मुख्य प्रतिद्वंद्वी के रूप में देखा जाता है, अपने मुस्लिम वोट को बनाए रखने और अन्य पार्टियों के पारंपरिक मतदाताओं को दूर करने पर भरोसा कर रही है।
मायावती के लो प्रोफाइल रहने के बारे में पूछे जाने पर शाह ने कहा कि इसका मतलब यह नहीं है कि उनका जनाधार पूरी तरह से खत्म हो गया है।
भाजपा पर चुनाव जीतने के लिए ध्रुवीकरण का उपयोग करने के आरोप के जवाब में उन्होंने इस बात से इंकार किया । उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा दिए गए बयान जिसमें उन्होंने चुनाव को 80 बनाम 20 की लड़ाई कहा था, जो राज्य में हिंदुओं और मुसलमानों के बीच एक बंटवारे की तरफ़ इशारा था। उसे भी सांप्रदायिक और बंटवारे वाला बयान मानने से इंकार किया।
उन्होंने कहा “मुझे नहीं लगता कि यह चुनाव मुसलमानों या यादवों या हिंदुओं के बारे में है। योगीजी ने वोट प्रतिशत के बारे में बात की होगी, लेकिन मुस्लिम बनाम हिंदुओं के बारे में नहीं । अमित शाह ने कहा – वोटिंग पैटर्न को ध्रुवीकरण नहीं कहा जा सकता है।
ध्रुवीकरण पर उन्होंने कहा, यह विपक्ष द्वारा किया गया था। ध्रुवीकरण पर बोलते हुए अमित शाह ने तर्क दिया, “गरीबों और किसानों का ध्रुवीकरण किया जा रहा है।” और यह विपक्ष द्वारा किया जा रहा है।
कर्नाटक के शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब विवाद पर अपनी पहली टिप्पणी में, केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा: “यह मेरा व्यक्तिगत विश्वास है कि सभी धर्मों के लोगों को स्कूल के ड्रेस कोड को स्वीकार करना चाहिए। और यह मसला अब कोर्ट में है… जो भी फैसला करे सभी को उसका पालन करना चाहिए।’
उन्होंने यह भी विश्वास व्यक्त किया कि भाजपा स्पष्ट बहुमत हासिल करेगी और यूपी में सरकार बनाने के लिए किसी की मदद की जरूरत नहीं होगी। “हमें सरकार चलाने के लिए विपक्षी दलों के रचनात्मक समर्थन की आवश्यकता होगी, जिसके लिए हमें बसपा और सपा की भी आवश्यकता होगी।”
अमित शाह ने कहा कि पूरे यूपी की यात्रा करने के बाद मैने ये पाया, कि योगी आदित्यनाथ सरकार ने “लोगों का दिल” जीत लिया है, और “प्रधानमंत्री के लिए समर्थन और प्यार आज दिसंबर 2013 की तुलना में बहुत अधिक है”।
भाजपा सरकार की विदेश नीति और कश्मीर नीति पर सवाल उठाने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा की गई आलोचना जिसमें उन्हीने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा था कि इस सरकार ने पाकिस्तान और चीन को करीब ला दिया है, के जवाब में शाह ने कहा: “राहुल गांधी इस देश का इतिहास नहीं जानते हैं। उन्हें नहीं पता कि 1962 में क्या हुआ और किसके कारण हुआ। मोदी सरकार ने चीन की ओर से पेश की गई हर चुनौती का कड़ा जवाब दिया है.
सरकार द्वारा इसके विरोध के बावजूद संसद के माध्यम से पास किये गए नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के किर्यान्वयन में देरी पर अमित शाह ने कहा कि देरी कोविड की स्थिति के कारण हुई थी। “लेकिन इस पर वापस जाने का कोई सवाल ही नहीं है।”