दिल्ली सरकार का मैक्स अस्पताल का लाइसेंस रद्द करना निश्चित ही एक स्वागत योग्य फैसला था. यह लूट मचा रहे प्राइवेट अस्पतालों पर सीधी चोट है. और घोर पूंजीवाद का विरोध करने का साहस काम ही सरकारें दिखा पाती है.
केजरीवाल सरकार के इस फैसलें कि सरहाना हर कोई कर रहा है. ये आम आदमी के लिए राहत देने वाला फैसला तो है ही. इसी तरह ट्वीटर यूजर भी इस फैसलें कि जमकर तारीफ कर रहे है.
- महशूर पत्रकार अजीत अंजुम ने लिखा कि ‘प्राइवेट अस्पतालों में जान की क़ीमत पर लूट की कारोबार होता है . सभी राज्य सरकारें अगर ऐसे ही सख्त हो जाए तो लाखों मरीज़ों का भला होगा’
प्राइवेट अस्पतालों में जान की क़ीमत पर लूट की कारोबार होता है . सभी राज्य सरकारें अगर ऐसे ही सख्त हो जाए तो लाखों मरीज़ों का भला होगा https://t.co/x2Pzata6fe
— Ajit Anjum (@ajitanjum) December 8, 2017
- एनडीटीवी के एक पत्रकार ने लिखा कि ‘मैं मानता हूँ किसी अस्पताल का लाइसेंस रद्द कर देना कोई समस्या का हल नहीं लेकिन बड़े प्राइवेट अस्पतालों को इस बात का एहसास दिलाना बहुत ज़रूरी है कि आपकी मनमानी/लापरवाही यूहीं बर्दाश्त नही की जाएगी। दिल्ली सरकार ने मैक्स का लाइसेंस रद्द करके यही एहसास दिलाने की कोशिश की है’
मैं मानता हूँ किसी अस्पताल का लाइसेंस रद्द कर देना कोई समस्या का हल नहीं लेकिन बड़े प्राइवेट अस्पतालों को इस बात का एहसास दिलाना बहुत ज़रूरी है कि आपकी मनमानी/लापरवाही यूहीं बर्दाश्त नही की जाएगी। दिल्ली सरकार ने मैक्स का लाइसेंस रद्द करके यही एहसास दिलाने की कोशिश की है
— Sharad Sharma (@sharadsharma1) December 8, 2017
देश मे ऐसे कितने लोग होंगे जो शौक़ से महंगे प्राइवेट अस्पताल में इलाज कराने जाते हैं?
ज़्यादातर लोग मजबूरन ऐसे प्राइवेट अस्पतालों में जाते हैं क्योंकि हमारी सरकारों ने आज तक हमें ऐसे सरकारी अस्पताल नहीं दिए जहां जाकर प्राइवेट अस्पताल की ज़रूरत ही महसूस न हो
ज़रा सोचियेगा!— Sharad Sharma (@sharadsharma1) December 8, 2017
- फ़िल्मकार और पत्रकार विनोद कापड़ी ने लिखा कि ‘सरकारें इसीलिए होती हैं कि वो आम आदमी के हितों की रक्षा करें।ना कि उसके हितो की अनदेखी।उम्मीद है देश की बाक़ी राज्य सरकारें भी इससे सबक़ लेंगी और आम आदमी के लिए लड़ेंगी।एक आम शहरी की तरफ़ से बहुत धन्यवाद अरविन्द केजरीवाल’.
सरकारें इसीलिए होती हैं कि वो आम आदमी के हितों की रक्षा करें।ना कि उसके हितो की अनदेखी।उम्मीद है देश की बाक़ी राज्य सरकारें भी इससे सबक़ लेंगी और आम आदमी के लिए लड़ेंगी।एक आम शहरी की तरफ़ से बहुत धन्यवाद @ArvindKejriwal @SatyendarJain . https://t.co/JfKiqQhnuX
— Vinod Kapri (@vinodkapri) December 8, 2017
- एक यूजर ने लिखा कि ‘मैं आप का प्रसंशक नहीं हूँ फिर भी सरकार ने इस फैसले ने जनता का दिल जीता है’.
Not a fan of @ArvindKejriwal or @AamAadmiParty but cancelling #MaxHospital license, your team just earned the Delhiites respect. Max reached the New low level of humanity. #shameonMax
— Saraswat™ 🇮🇳 (@theSocial_Guy) December 8, 2017
- एबीपी न्यूज़ के एक पत्रकार ने लिखा कि ‘आप और हम भले ही अरविन्द केजरीवाल से असहमत हों लेकिन दिल्ली में
#मैक्सहॉस्पीटल का लाइसेंस रद्द कर उन्होंने देश भर के उन लोगों का दिल जीत लिया है जो प्राइवेट अस्पतालों की दादागिरी से पीड़ित रहे हैं’
आप और हम भले ही @ArvindKejriwal से असहमत हों लेकिन दिल्ली में #मैक्सहॉस्पीटल का लाइसेंस रद्द कर उन्होंने देश भर के उन लोगों का दिल जीत लिया है जो प्राइवेट अस्पतालों की दादागिरी से पीड़ित रहे हैं
— पंकज झा (@pankajjha_) December 9, 2017
कुछ अन्य ट्वीट
Mine too…. Once again have fallen in love with @ArvindKejriwal..!! My support and donation hasn't gone wasted!! #MaxHospital https://t.co/5dcrKe1NFi
— Rubab(رباب) (@irubabkhan) December 9, 2017
https://twitter.com/rajpluss/status/939154355936043008