भोपाल – उपचुनाव 2020 के बाद से मध्यप्रदेश विधानसभा में नए मंत्री और स्पीकर के पद पर कौन बैठेगा, इस पर चर्चा शुरू हो चुकी है। फ़िलहाल सबकी नज़र इस बात पर है, की कौन होगा नया विधानसभा अध्यक्ष ? वहीं नए मंत्रियों की नियुक्तियों को लेकर भी चर्चा ज़ोरों पर है।
इसी बीच यह मांग उठ रही है, कि विंध्य क्षेत्र से विधानसभा अध्यक्ष दिया जाए। वहीं पूर्व मंत्री अजय विश्नोई ने कैबिनेट में क्षेत्रीय संतुलन रखे जाने की मांग उठाई है। अजय विश्नोई का नाम भी नए विधानसभा अध्यक्ष के लिए चल रहा है। पर विश्नोई ने इस बात से इंकार करते हुए कैबिनेट में क्षेत्रीय संतुलन को बनाने की बात दोहराई है।
वहीं भाजपा की टिकिट पर जीतकर फिरसे मध्यप्रदेश विधानसभा के लिए सदस्य चुने गए बिसाहूलाल सिंह ने विंध्य क्षेत्र से स्पीकर की मांग का समर्थन किया है और कहा है की विंध्य क्षेत्र से विधानसभा अध्यक्ष होना चाहिए। फ़िलहाल शिवराज सिंह चौहान के लिए सबसे बड़ी समस्या ये है, की किसे मंत्रिमंडल में रखा जाए और किसे हटाया जाए। सिंधिया समर्थक तीन मंत्रियों के विधानसभा चुनाव हार जाने के बाद ये तो तय हो गया है की शिवराज सिंह चौहान को इन ज़्यादा समस्या नहीं आएगी। पर समस्या ये है की जगह कम हैं और दावेदार ज़्यादा है।
काँग्रेस ने गैरविधायक तीनों मंत्रियों के इस्तीफ़े की मांग की है
मध्यप्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने भाजपा सरकार में गैर विधायक मंत्रियों से इस्तीफा मांगते हुए उनसे नैतिकता का पालन करने की मांग की है। गुप्ता ने कहा की चूंकि गैर विधायक तीन मंत्री चुनाव हार चुके हैं। इसलिए जनप्रतिनिधित्व कानून का पालन करते हुए उन्हें तत्काल अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्हें जनता की गाढ़ी कमाई पर बोझा नहीं बनना चाहिए।
तीनों मंत्रियों पर गुप्ता ने मांग की कि अगर मुख्यमंत्री अपना इस्तीफा नहीं देते हैं तो मुख्यमंत्री को इनसे इस्तीफा लेकर अपने संवैधानिक दायित्व का निर्वाह करना चाहिए। वैसे भी विगत 7 महीनों में इन मंत्रियों ने जनता के धन से चुनाव लड़ने के अलावा कोई जनता के कल्याण का फैसला नहीं किया है इसलिए जनधन पर और अधिक बोझ ना डालते हुए तत्काल इन्हें अपने पद से हटाया जाए।