देश के उच्च सदन यानि राज्यसभा में मंगलवार को विपक्षी नेताओं ने सभापति वेंकैया नायडू के खिलाफ मोर्चा खोल दिया.
विपक्षी नेताओं ने आरोप लगाया है कि, वेंकैया नायडू सदन में जनता की हितों से जुड़ें मुद्दों को उठाने नहीं देते हैं. अपना विरोध जताने के लिए विपक्ष ने मंगलवार को दिनभर के लिए राज्यसभा की कार्यवाही का बहिष्कार करने का ऐलान भी कर दिया.
We find this un-democratic and we'll also give this in writing to the RS Chairman. Representatives who come from various places of the country are not being allowed to speak in the house: Anand Sharma, Congress. pic.twitter.com/g3a81ScHkV
— ANI (@ANI) February 6, 2018
राज्यसभा में कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी, सीपीआई, सीपीएम, एनसीपी और डीएमके ने वेंकैया नायडू के खिलाफ मोर्चा खोला. उन्होंने कहा कि अगर सभापति वेंकैया नायडू की यही आदत रही तो वे उचित कदम उठाने को विवश हो जायेंगे.
मीडियाकर्मियों से बातचीत में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि, “सभापति सदन में जनहित के मुद्दे उठाने नहीं दे रहे हैं. यह ठीक नहीं है. इसके प्रति विरोध जताने के लिए एकजुट विपक्ष ने आज दिनभर के लिए सदन की कार्यवाही का बहिष्कार किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि सभापति कार्यवाही चलाने में संसदीय नियमों को नहीं मान रहे हैं.”
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा, “सभापति का रवैया अलोकतांत्रिक है. हम चेयरमैन से लिखित शिकायत करेंगे.”
सपा नेता नरेश अग्रवाल ने कहा कि, “जिस तरीके से राज्यसभा की कार्यवाही चलाई जा रही है, उसमें विपक्षी दलों की आवाज को दबाया जा रहा है. हम यहां लोगों की आवाज भी उठाने आए हैं. अगर हमें ऐसा नहीं करने दिया जाएगा तो संसद का क्या मतलब रह जाएगा.”