मोदी जी की सरकार आने के बाद से एक काम तो ज़रूर हुआ है ,विकास हुआ हो या ना हुआ हो विनाश की पूरी तैयारी चल रही है और भगवा उग्रवाद अपने चरम पर पहुँच गया है। moblynching जैसी घटनाएं बढ़ गयी हैं और भगवा अतंकवादियौ को भाजपा शासित केंद्र व प्रदेश की सरकारों का भरपूर समर्थन प्राप्त है। सभी सरकारी एजेंसियां भी बैकडोर से इनकी मदद कर रही हैं या ख़ामोशी से समर्थन दे रही है और इसीलिए ये अपनी मनमानी पर उतर आये हैं। जिन्हें कानून और क़ानूनी कार्रवाई का खौफ नहीं रहा। अब तो ये सीधे , सीधे सुप्रीम कोर्ट को भी चुनौती देते नज़र आ रहे हैं और उसके फैसले और आदेश का मज़ाक उड़ा रहे हैं। दिल्ली में ही दिवाली पर जम कर पटाखे छोड़े गए।
आज कल सोशल मीडिया का ज़माना है तो फेसबुक और whatsapp के ज़रिये वीडियो डाल कर समाज में ज़हर घोला जा रहा है और देश को भगवा आतंकवाद की तरफ ले जाया जा रहा है। अभी 80 प्रतिशत लोग चाहे हिन्दू हो ,सिख या मुसलमान , खामोश तमाशा देख रहे हैं , इन आतंकियों के खिलाफ आवाज़ नहीं उठा रहे हैं और न ही क़ानूनी कार्रवाई कर रहे हैं ,इसका गंभीर परिणाम भुगतना होगा। ये देश तालिबानी स्टेट बनता जा रहा है और यहाँ के हालात भी पाकिस्तान और अफगानिस्तान जैसे होते जा रहे हैं कि अराजक तत्व , गुंडे , आतंकी ,उग्रवादी निरंकुश हो गए हैं और आम जनता के साथ मनमानी कर रहे हैं। बसों में , ट्रेनों में सफर करना मुश्किल हो रहा है।
ठलुवा क्लब , जय हिन्दू राष्ट्र , कट्टर हिंदूवादी और ना जाने किस ,किस नाम से सैकड़ों ज़हरीले पेज चलाये जा रहे हैं। उपदेश राणा , दीपक शर्मा , कमलेश तिवारी , अनु सिंह परिहार जैसो को काम पर लगाया गया है , जो अपने वीडियो से ज़हर घोल रहे हैं। अभी उपदेश राणा ने ताजमहल को मुद्दा बनाया है और ताजमहल के गुम्बद और मीनारों पर भगवा झंडा लगी हुई फोटोशॉप तस्वीर शेयर की है। 3 नवम्बर को ताजमहल जा कर शिव चालीसा पढ़ने और हंगामा करने की योजना बनायी है। इस से पहले दीपक शर्मा ये हरकत कर चुका है। अब ये लोग ताजमहल को तेजोमहालय साबित करने के लिए हंगामा कर रहे हैं और ये उस इमारत को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं। अगर इनकी उग्रवादी ,आतंकी हरकतों पर रोक ना लगायी गयी तो दुनियाभर के पर्यटकों का वहाँ जाना बंद या कम हो जायेगा , जिसका सीधा नुकसान देश की अर्थ व्यवस्था को होगा। करोड़ो की विदेशी मुद्रा का नुकसान होगा।
भाजपा सत्ता के लिए गन्दी सियासत कर रही है और आग से खेल रही है। अपनी बदनामी और नाकामी से बचने के लिए और ध्रुवीकरण की राजनीती के तहत वो पुरे देश में गुजरात 2002 दोहराना चाहती है यानि अपने और संघ परिवार के आतंकी , उग्रवादी ,अराजक संगठनो के माध्यम से देश भर में 2019 से पहले , पहले मोदी जी , संघ और भाजपा हर हाल में बड़े पैमाने पर दंगा , फसाद कराना चाहते हैं और इसके लिए उनकी कैबिनेट के मंत्री , सांसद , संगीत सोम जैसे विधायक , साध्वी प्राची , गिरिराज सिंह , साच्छी महाराज जैसे लोग ज़हर फैला रहे हैं ।इस काम में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया भी रोज़ाना फालतू के विवादित मुद्दों पर हिन्दू , मुसलमान की बहस कराकर माहौल खराब कर रहा है।
अभी से समझदार और देश के शुभचिंतक लोगों ने विरोध नहीं किया और जनता को जागरूक नहीं किया तो ये दंगा , फसाद गृहयुद्ध में बदल जायेगा और फिर देश में भी सीरिया , बर्मा , इराक , अफगानिस्तान जैसे हालात हो जायेंगे। विदेशी ताकतें इसका फायदा उठाना चाहेंगी और हस्तकचेप के बहाने अपनी फ़ौज उतार देंगी।फिर तो 10 , 12 साल की फुर्सत हो जायेगी और हमारा मुल्क तबाह हो जायेगा।