पश्चिम बंगाल में रामनवमी की रैली के दौरान तलवार त्रिशूल लेकर चलने के आरोप में बीजेपी नेता लॉकेट चटर्जी के खिलाफ FIR दर्ज किया गया है. इससे पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने धर्म के नाम पर गुंडागर्दी करने वालों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि बंगाल की धरती पर धर्म के नाम पर गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं की जायेगी.
पश्चिम बंगाल में कई स्थानों पर बीजेपी और अन्य हिंदू संगठनों द्वारा रैलियों का आयोजन किया. इन रैलियों में खुलेआम शस्त्रों का प्रदर्शन किया गया था. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष खुद एक रैली में तलवार और गदा के साथ नजर आए.
उन्होंने दक्षिण 24 परगना की प्रशासनिक बैठक के अवसर पर कहा कि यह बंगाल की संस्कृति नहीं है. इसे कदापि बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक व सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को अस्त्र जुलूस निकालने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया था.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, हम लोग दुर्गा, काली, सरस्वती, गणपति, लक्ष्मी व बासंती की पूजा करते हैं. हम लोग सभी त्योहार का पालन शांति व सौहार्द्र से करते हैं. हम लोग ईद और क्रिसमस भी मनाते हैं.
हम लोगों ने शांतिपूर्ण जुलूस निकालने की अनुमति दी थी. सभी लोगों को अपने धर्म का पालन करने का अधिकार है, लेकिन पिस्तौल लेकर चलना और राम के नाम पर राजनीति बर्दाश्त नहीं की जायेगी.
कुछ लोग धर्म के नाम पर संगठन खोल रहे हैं और धर्म के नाम पर बिजनेस कर रहे हैं. वे धर्म के नाम पर कलंक हैं. लोगों की हत्या करना कभी भी राजनीति का अंग नहीं हो सकता है. उन्होंने कहा, रविवार जो हम लोगों ने देखा वह एक पार्टी का कार्य था.
उन्होंने कहा – मैंने अखबारों में पढ़ा कि वे जुलूस में पिस्तौल लेकर चल रहे थे. टीवी में देखा कि हाथ में तलवार लेकर चल रहे थे. क्या राम ने कभी तलवार हाथ में लिया था ? वे लोग नये धर्म का आयात (हिंसा) कर रहे हैं और पूरे देश को जीतने का सपना देख रहे हैं. वह इसका सख्त विरोध करती हैं और इसकी निंदा करती हैं.
ममता बनर्जी ने कहा कि क्या कभी भगवान राम ने कहा कि उनके भक्त हथियार लेकर उनकी रैली में आएं. उन्होंने कहा कि कुछ असमाजिक तत्व भगवान राम के नाम को बदनाम कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि उन्होंने राज्य में शांतिपूर्ण रैलियों की अनुमति दी थी, लेकिन कुछ लोगों ने कानून का उल्लंघन करते हुए गुंडागर्दी की. ऐसे लोगों को किसी भी कीमत नहीं बख्शा जाएगा.