दिल्ली की ख़राब हो रही आबो हवा से निपटने के लिए अरविंद केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के स्मॉग से निपटने के लिए कमर कस ली है. सरकार अब एंटी स्मॉग गन के जरिए जरीली हवा से निपटने की कोशिश कर रही है. दिल्ली में इसकी टेस्टिंग चल रही है. इस गन को पानी की टंकी से जोड़ा गया है. जिससे स्मॉग गन हवा में पानी की बेहद महीन बौछार करता है. हवा में पानी जाने से जहरीले कण और धूल के कण जो प्रदूषण को बढ़ाते हैं वह नमी के साथ गिर कर नीचे बैठ जाएंगे.
सोमवार को दिल्ली सेक्रेटेरियट में किया गया टेस्ट
दिल्ली सेक्रेटेरियट में एंटी स्मॉग गन की टेस्टिंग की गई. उस दौरान दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और पर्यावरण मंत्री इमरान हुसैन मौजूद थे. लेकिन अधिकारियों की मानें तो इस डिवाइस को यूज करने के लिए अभी और टेस्टिंग की जरूरत है.
इस डिवाइस की कीमत 20 लाख है. इस मशीन को बनाने वाली कंपीन क्लाउड टेक के निर्माता का कहना है कि इस डिवाइस से पानी की बौछार 50 मीटर ऊपर तक जा सकती है.
दिल्ली के आनंद विहार इलाके में स्मॉग गन का ट्रायल किया गया. आनंद विहार को सबसे प्रदूषित क्षेत्र माना जाता है. इसलिए इसे चुना गया है. ये उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले से सटा हुआ है.
अगर आनंद विहार की हवा में एंटी स्मॉग गन का ट्रायल अगर सफल होता है तो दिल्ली सरकार को राजधानी में प्रदूषण से निपटने के लिए एक बड़ा औजार मिल जाएगा. स्मॉग से निपटने के लिए सरकार ने कई योजनाओं की घोषणा की थी, जिसमें ऑड-ईवन, अधिकांश वाणिज्यिक ट्रकों पर प्रतिबंध, निर्माण गतिविधियों को रोकना और कार पार्किंग शुल्क में चार गुना बढ़ोतरी शामिल थी.
एंटी स्मोग गन के ट्रायल के दौरान पर्यावरण मंत्री इमरान हुसैन व अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे. एंटी स्मोग गन के प्रयोग से प्रदूषण पर लगाम लगाने में कितनी मदद मिलती है, इसका आकलन अभी किया जा रहा है.