क्या किसानों के मसीहा बनने वाले राहुल गांधी, इस और ध्यान देंगे. क्योंकि मामला कांग्रेस शासित राज्य पंजाब का है. देश को आजाद कराने के लिए अपनी प्राणों की आहुती देने वाले शहीद के परिजन आज भी बदहाली की जिंदगी गुजारने के लिए मजबूर हैं. इसका ताजा उदाहरण पंजाब से मिल रहा है. कर्ज से परेशान शहीद उधम सिंह के पोते ने आत्महत्या कर ली है. तो क्या राहुल गाँधी इनके पक्ष में भी अपनी आवाज बुलंद करेंगे?
मिडिया में आयी खबर के अनुसार, राज्य में नौ महीने इंतजार के बाद सोमवार को कर्ज माफी स्कीम की शुरुआत की गयी, लेकिन सूची में अपना नाम न पाकर शहीद उधम सिंह के पोते किसान गुरदेव सिंह ने सोमवार को फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली.
खबर के अनुसार, फरीदकोट जिले के चाहल गांव के किसान गुरदेव सिंह पर बीस लाख रुपये का कर्ज था. कर्ज चुकाने की हालत में न होने के कारण उन्होंने सरकार से उम्मीद की थी कि कर्ज माफी की सूची में उनका भी नाम शामिल होगा, लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी.
पंजाब में भले ही राज्य सरकार किसानों के लिए कर्ज माफी की योजना चला रही है, लेकिन कर्ज में डूबे किसानों की खुदकुशी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. पिछले 24 घंटों में राज्य में चार कर्जदार किसानों ने खुदकुशी कर ली.
कुमार विश्वास का निशाना
कुमार ने लिखा कि ‘जिन्हें नाज़ है हिंद पर वो कहाँ हैं? किसी को न कोई शर्म है न लिहाज़ आज़ादी दिलाने का दावा करने वाले और राष्ट्रवाद के फ़र्ज़ी ठेकेदार दोनों पर राष्ट्रीय लानत’
जिन्हें नाज़ है हिंद पर वो कहाँ हैं? @capt_amarinder @PMOIndia
किसी को न कोई शर्म है न लिहाज़😡👎आज़ादी दिलाने का दावा करने वाले और राष्ट्रवाद के फ़र्ज़ी ठेकेदार दोनों पर राष्ट्रीय लानत😡😡👎https://t.co/DHkepgkAG1— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) January 9, 2018