गूगल ने आज अपना डूडल जापानी वैज्ञानिक कात्सुको सरुहशी के 98वें जन्मदिन पर उन्हे समर्पित किया है.साल 1920 में टोक्यो में जन्मी सरुहशी समुद्री जल में कार्बन डाइऑक्साइड के स्तर और रेडियोधर्मी सामग्री को मापने वाली पहली थीं.
सरुहशी ने 1943 में इंपीरियल वुमेन्स कॉलेज ऑफ साइंस से स्नातक किया, जिसे टोहो विश्वविद्यालय के रूप में जाना जाता है.उन्होंने 1957 में टोक्यो विश्वविद्यालय से रसायन विज्ञान में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की.वे पहली महिला थी जिन्होंने रसायन शास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की.
उनके द्वारा पानी में कार्बोनिक एसिड की एकाग्रता का अनुमान लगाने के लिए निकाला गया तरीका दुनिया भर के महासागर वैज्ञानिकों के लिए अमूल्य साबित हुआ है. इसके बाद जापानी सरकार के अनुरोध पर, 1954 में बिकनी एटोल परमाणु परीक्षणों के बाद विश्वविद्यालय के भौगोलिक प्रयोगशाला का विश्लेषण किया गया और सागर के पानी में रेडियोधर्मिता की निगरानी की गई.
सरुहशी को उनके वैज्ञानिक प्रयोग के अलावा सामाजिक कार्यों के लिए भी जाना जाता है. उन्होंने विज्ञान को आगे बढ़ाने के लिए कई महिलाओं को प्रेरित किया. उन्होंने कहा, ”मैं उस दिन को देखना चाहूंगी जब महिलाएं पुरुषों के साथ समान स्तर पर विज्ञान और प्रौद्योगिकी में योगदान करे.”
बता दें कि जापान की विज्ञान परिषद के नाम पर सम्मान पाने वाली सरुहशी पहली महिला थीं. इसके अलावा वो जियोकेमिस्ट्री के लिए जापान की ‘मियाके पुरस्कार’ पाने वाली पहली महिला थीं. जापान की इस महान वैज्ञानिक ने 87 वर्ष की आयु में टोक्यो में स्थित अपने घर में अंतिम सांस ली.
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