आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव को एम्स से छुट्टी दे दी गई और उन्हें रांची भेज दिया गया है. जिस पर लालू यादव ने कहा है, कि मुझे बेहतर इलाज एम्स पर मिल सकता है. पर मुझे रांची भेजा जा रहा है. उन्होंने ने इसे खुदके खिलाफ साज़िश बताया है.
एम्स लालू के गुर्दे और दिल का इलाज चल रहा था, पर जैसे ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उनसे मुलाक़ात की उसके तुरंत बाद उन्हें एम्स से छुट्टी दिए जाने की तैयारी की जाने लगी.
Kind Hearted, Dynamic, Spirited and Unperturbed Congress President Sh. @RahulGandhi Ji visited ailing Sh. @laluprasadrjd Ji in AIIMS.
True leaders know who they are and what they stand for. pic.twitter.com/L2y3szfy06
— Sanjay Yadav (@sanjuydv) April 30, 2018
एम्स से छुट्टी मिलने के बाद लालू को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर लाया गया. जहां वह पुलिस पर भड़क गए. उन्होंने कहा कि यह दरोगा बोल रहा है कि बैक हो जाइए, पता नहीं किस बात के लिए बैक होने को बोल रहा है, कह रहा है कि एसपी ने ऐसा करने को कहा है. लालू यादव ने बोला कि एसपी क्या हमारा बॉस है.
- एम्स के अधिकारियों के इस फैसले पर लालू ने नाराजगी भरी प्रतिक्रिया जाहिर की. लालू ने चिकित्सकों से राजनीतिक दबाव के तहत उनके जीवन को खतरे में नहीं डालने को कहा.
- एम्स से छुट्टी दिए जाने के बाद राजद नेता ने संवाददाताओं से कहा कि उन्हें स्थानांतरित कर रांची अस्पताल भेजना एक साजिश है, ताकि उनका आगे स्वास्थ्य बिगड़ जाए.
- लालू प्रसाद ने कहा, मुझे एक ऐसी जगह स्थानांतरित किया जा रहा है, जहां कोई सुविधा नहीं है, यह एक मुश्किल समय है, लेकिन मैं इसका सामना करूंगा.
एम्स प्रबंधन के मुताबिक मेडिकल बोर्ड ने लालू यादव की सेहत में सुधार आने और उन्हें वापस रिम्स जाकर क्रोनिक संबंधी परेशानी का उपचार कराने की सलाह दी थी. फिलहाल उनकी सेहत स्थिर है और वे दिल्ली से रांची की यात्रा करने के लिए फिट हैं.
अपने पत्र में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा
- बीते महीने दिल की बीमारी व गुर्दे के संक्रमण व मधुमेह व अन्य बीमारियों के इलाज के लिए एम्स में लाया गया था और उन्हें अभी पूरी तरह से स्वस्थ्य होना है.
- उन्होंने कहा कि उन्हें पीठ दर्द, अक्सर चक्कर आने की शिकायत है और वह कई बार बॉथरूम में गिर गए हैं.
- उन्होंने कहा, हर नागरिक को अपनी संतुष्टि के अनुसार पूरा इलाज पाने का मौलिक अधिकार है.
- उन्होंने कहा, मैं नहीं जानता कि किस एजेंसी या राजनीतिक दबाव के तहत अचानक से मुझे यहां से स्थानांतरित करने का फैसला किया जा रहा है.
- उन्होंने कहा कि उन्हें दिल्ली से रांची की यात्रा करने में 16 घंटे का समय लगेगा.
उधर लालू प्रसाद यादव के बेटे और पूर्व मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अपने पिता के समर्थन में सोशल मीडिया का सहारा लेते हुए ट्वीट कर कहा कि जब उनके पिता ने एम्स को खत लिखकर कहा है कि वो रांची अस्पताल वापस नहीं जाना चाहते हैं, तो उनको क्यों रांची भेजा जा रहा है?
तेजस्वी ने सवाल उठाया कि आखिर पिता को वापस रांची अस्पताल भेजने के लिए एम्स प्रशासन पर कौन दबाव डाल रहा है.
RJD chief @laluprasadrjd writes to All India Institute of Medical Sciences stating, 'I don't want to be shifted back to Ranchi hospital, as that hospital is not properly equipped to treat my ailments.
Who is forcing AIIMS administration to send him back? pic.twitter.com/gvOBmCUDpw
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) April 30, 2018
लालू को बिरसा मुंडा जेल में रहने के दौरान स्वास्थ्य संबंधी शिकायत पर 17 मार्च को रिम्स में भर्ती कराया गया था. लालू चारा घोटाला से जुड़े मामले में 23 दिसंबर, 2017 से जेल की सजा काट रहे हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री 2013 से चारा घोटाले के चार मामलों में दोषी करार दिए गए हैं. हालिया, दुमका कोषागार मामले में विशेष सीबीआई अदालत ने उन्हें 14 साल जेल की सजा सुनाई है.