पीरियड्स में मेंस्ट्रुअल कप सेफ़ है ?

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आपने सुना होगा की, पीरियड्स ( periods) में कपड़ा नहीं, सैनेटरी नैपकिन (paid) यूज़ किया करो, ये सुरक्षित है और इज़ी टू यूज़ भी। लेकिन रुकिए और समझिए कि अब पीरियड्स लाइफ एक लेवल उप हो चुकी है। मार्किट में सैनेटरी नैपकिन के बाद मेंस्ट्रुअल कप (menstrual cup) आने लगे हैं जो पीरियड्स लाइफ के लिए और ज़्यादा आसान और हाइजीनिक है।

पीरियड्स हर महीने की कहानी है। इस एक हफ्ते में फीमेल की ज़िंदगी चिड़चिड़ा पन, दर्द और सैनेटरी नैपकिन तक ही सीमित हो जाती है। लेकिन बहुत सी रिपोर्ट और मीडिया इन्फॉर्मेशन कहती है कि मेंस्ट्रुअल कप (menstrual cup) बार -बार पैड चेंज करना, लिकीज की टेंशन, इरिटेशन और इंफेक्शन से निजात पाने का अच्छा ऑप्शन है।


क्या है मेंस्ट्रुअल कप :

Menstrual cup यानी मासिक धर्म कप पीरियड्स के दौरान यूज़ किया जाता है। ये हाइजीनिक है। मेंस्ट्रुअल कप रबर या सिलिकॉन से बना होता है और आकार में छोटा, लचीला और फ़नल जैसा होता है।
पीरियड्स में इसे वेजाइना में डालकर पीरियड्स फ्ल्यूड या ब्लड इकठ्ठा किया जाता है।

Image credit : google


ये सैनेटरी नैपकिन के मुकाबले ज़्यादा फ्ल्यूड इकठ्ठा कर सकता है। वहीं इसे बार बार चेंज करने की ज़रूरत नहीं होती। अगर फ्लो हैवी है तो 4 से 6 घंटे में कप को खाली कर वापस यूज़ किया जा सकता है। लेकिन अगर फ्लो नार्मल है तो इसे 12 घण्टो तक यूज़ कर सकते है। ये एनवायरमेंट के लिए भी अच्छा है।


यूज़ करने से पहले ये जान लें :

Healthline.com के मुताबिक, मेंस्ट्रुअल कप यूज़ करने से पहले कुछ बातों को समझना बेहद ज़रूरी है। जैसे इस कप को यूज़ करने से पहले स्त्री रोग विशेषज्ञ या योनि विशेषज्ञ से सलाह लेना सही है। अपनी वेजाइना का साइज आपको पता होना चाहिए। अपनी उम्र, अपने सुरवेक्स का आकार, पीरियड्स में फ्लो हेवी है या नहीं जैसी बातें आपको पता होनी चाहिए।

मेंस्ट्रुअल कप दो साइज में आते हैं। एक छोटा और एक बड़ा। डॉक्टरों के मुताबिक, छोटा मेंस्ट्रुअल कप यंग लड़कियां यानी 30 साल से छोटी लड़कियां यूज़ कर सकती है। वहीं 30 से ज़्यादा उम्र की फीमेल को इसका बड़ा साइज़ यूज़ करना चाहिए। इसका कारण है प्रेगनेंसी या सेक्स। healthline. com पर डॉक्टरों की समीक्षा के मुताबिक, सेक्स (sex) और प्रेग्नेंसी ( pregnancy) के बाद योनि का आकार बढ़ जाता है। इसलिए 30 से अधिक उम्र की महिलाओं को बड़ा साइज़ लेना चाहिए।


Menstrual cup को कैसे यूज़ करना है :

दी लल्लनटॉप पर गायनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर लवलीना नादिर ने मेंस्ट्रुअल कप यूज़ करने के कई तरीके बताए हैं। उनके मुताबिक, ये कप एक कुप्पी जैसा होता है और यूज़ करने में भी काफी आसान होता है। इसे यूज़ करने से पहले कप और अपने हाथों को अच्छे से साफ करना होगा। जिससे कोई बैक्टीरिया वैजाइना तक न पहुंचे। इससे इंफेक्शन हो सकता है।

 

 मेंस्ट्रुअल कप को यूज़ करने के तरीके (Image credit : google)

 

मेंस्ट्रुअल कप को अपनी उंगुलियों से दबा कर उसकी C शेप बना ले और वैजाइना में डालकर छोड़ दे इससे वो अंदर जाकर खुल जाएगा और सारा ब्लड इसमें ही इकठ्ठा होगा। इसे ट्राइंगल शेप और पूरी तरह से भी मोड़ा जा सकता है। वहीं वैजाइना में डालने से पहले इस को पानी से गिला कर सकते है ताकि वैजाइना में अच्छे से जा सके। वहीं इसे वैजाइना में डालकर अगर थोड़ा सा घुमाया जाता है तो एयर टाइट हो जाएगा।

Menstrual cup सेफ है ?

गायनेकोलॉजिस्ट लवलीना नादिर का कहना है कि मेंस्ट्रुअल कप बिल्कुल सेफ है। इससे इंफेक्शन होने का डर नहीं है लेकिन अगर गंदे हाथों से या गंदा कप यूज़ किया जाता है तो इन्फेक्शन होने के चांस होते हैं। बहुत से कंपनी और मेडिकल शॉप पर ये कप उपलब्ध है जिसकी कीमत 300 से 400 रुपए है। वहीं ये 6 महीने से लेकर 10 साल तक चल सकता है।

ये कप बजट फ्रेंडली है। सैनेटरी नैपकिन की तुलना में ज़्यादा फ्ल्यूड कलेक्ट करता है। हेल्थ के लिए सेफ है क्योंकि इससे toxic shock syndrom जैसे इंफेक्शन होने का डर नहीं होता। इको फ्रेंडली है और इसे यूज़ करने के दौरान सैक्स भी किया जा सकता है। वहीं 2012 के एक शोध के मुताबिक, मेंस्ट्रुअल कप intrauterine device (IUD) के साथ भी यूज़ किया जा सकता है। मालूम हो कि IUD
T- SHAPED डिवाइस है जो बर्थ कंट्रोल के लिए यूज़ किया जाता है।

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