इंदौर के सरवटे बस स्टैंड पर शनिवार रात चार मंजिला होटल की करीब 50 साल पुरानी बिल्डिंग ढह गई. एमएस नाम से यह होटल बस स्टैंड के ठीक सामने चौराहे पर बनी थी.हादसा रात नौ बजकर 14 मिनट 52 सेकंड पर हुआ.
हादसे के कुछ मिनट पहले होटल के बाहर पार्क की जा रही एक कार के इस बिल्डिंग के पिलर से टकराने की जानकारी मिली है. प्रशासन इसे ही हादसे का कारण बता रहा है. आधी रात तक प्रशासन ने 10 मौतों की पुष्टि कर दी थी. इनमें दो महिलाएं हैं.वहीं अभी 15 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका जाहिर की जा रही है.
प्रत्यशदर्शियों के मुताबिक घटना के वक्त 18 कमरों की इस होटल में कई मुसाफिर थे. रजिस्टर में 41 लोगों की एंट्री मिली है.घटना के वक्त होटल में कितने लोग मौजूद थे, यह स्पष्ट नहीं है. बिल्डिंग इतनी तेजी से गिरी कि किसी को बचने का मौका ही नहीं मिला. होटल की चपेट में गुजर रहे लोग भी आ गए.
कमिश्नर संजय दुबे के मुताबिक, प्रारंभिक जांच में किसी कार के बिल्डिंग के पिलर से टकराने की बात सामने आई है. विस्तृत जांच के बाद पूरी स्थिति सामने आएगी.
जानकारी के मुताबिक जिस स्कोडा कार की टक्कर से होटल के पिलर को नुकसान की बात कही जा रही है वो एक अन्य होटल के मालिक अशोक अरोरा की कार है. वे रात पौने दो बजे सामने आए. अरोरा ने कहा कि वे तो गाड़ी पार्क कर के चले गए थे.
सीएम ने की सहायता राशि की घोषणा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर के सरवटे बस स्टैंड क्षेत्र में भवन गिरने की दुर्घटना में मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए तथा घायलों को पचास- पचास हजार रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है.साथ ही उन्होंने कहा है कि घायलों का इलाज कराया जाएगा.सीएम पीड़ित परिवारों और घायलों से मिलने इंदौर भी आ सकते हैं.
दो मंजिला इमारत को चार मंजिला बना लिया गया
जिस होटल में हादसा हुआ है वह शंकर पारवानी की है. क्षेत्रीय लोगों के मुताबिक होटल एमएस की पुरानी बिल्डिंग असल में दो मंजिला थी.धीरे-धीरे ऊपर निर्माण कर इसे चार मंजिला बना दिया गया.पुराने भवन के ऊपर ही नया निर्माण किया जाता रहा.
हादसे के बाद घटनास्थल पर अफरातफरी का माहौल था.यहाँ तक कि पुलिस को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा. घटना की जानकारी मिलते ही महापौर मालिनी गौड़, क्षेत्रीय विधायक उषा ठाकुर के अलावा कलेक्टर निशांत वरवड़े, डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्र, निगम कमिश्नर मनीष सिंह सहित पूरा अमला पहुंच गया था.
गौरतलब है कि यह इलाका काफी सघन है और बस स्टैंड वाला इलाका होने के कारण यहाँ बहुत सी होटलें हैं और लोगों की आवाजाही भी लगी रहती है.