एग्जाम (exam) के टाइम अक्सर हमें बादाम (almond) और अखरोट ( walnut) खाने की सलाह दी जाती है। कहते हैं कि, इनसे दिमाग (brain) तेज़ी से चलता है। वैसे, दिमाग तेज़ी से चलेगा तभी तो अच्छे नंबर आएंगे। लेकिन आपको पता हो की हमारा दिमाग (brain) सिर्फ अच्छे नंबर लाने का ही काम नहीं करता। बल्कि हमारी पूरी बॉडी हमारे दिमाग पर डिपेंड करती हैं।
दिमाग (brain) हमारे शरीर का सिर्फ 2 प्रतिशत हिस्सा होता है। लेकिन ये हमारे शरीर की सबसे ज़्यादा 20 प्रतिशत ऊर्जा की खपत करता है। हमारे दिमाग में करीब 86 अरब न्यूट्रॉन होंते हैं, जो 1 हज़र अरब कनेक्शन बनाते हैं। अगर इनमें से एक कनेक्शन भी इधर उधर हुआ तो न दिमाग काम कर पाएगा और न ही शरीर।
देखना, चलना, बोलना और सोचना सब दिमाग का खेल है :
हमारा दिमाग हमारी बॉडी का सर्किट हाउस होता है क्योंकि बॉडी के सारे कनेक्शन यहीं आकर जुड़ते हैं। यहां तक कि हम जो काम करते हैं वो कैसे करने हैं और कब करने हैं वो भी दिमाग डिसाइड करता है।इसमें चलना, देखना, याद करना, खाना, पीना आदि क्रियाए शामिल होती हैं।
यह सारी क्रियाएं हमारे दिमाग के lobes पर डिपेंड करती हैं। हमारा brain चार से पांच lobes।में विभाजित होता है। इसमें frontal lobes, प्रॉब्लम सॉल्व करने के लिए, जजमेंट देने जैसे कामों के लिए जिम्मेदार होता है। parietal lobes हमारी हैंडराइटिंग, सेंसेशन और बॉडी पोजिशन को कंट्रोल करता है। temporal lobes का काम याद रखना और सुनना होता है। वहीं optical lobes देखने की क्षमता को निर्धारित करता है।
छोटा दिमाग भी दिमाग का एक हिस्सा है :
हमारे दिमाग के पांच पार्ट्स होते हैं। इसमें कोर्टेक्स (cortex), ब्रेन स्टेम (brain stem), बसल गैन्ग्लिया (basal ganglia) और सेरिबैलम (cerebellum) शामिल हैं। cortex हमारे दिमाग की सबसे बाहरी परत होती है जो सोचने और स्वेच्छिक क्रिया के काम आती है। brain stem हमारे दिमाग का बीच का हिस्सा होता है जो स्पाइनल कोड से जुड़ा होता है। ये हमारी दिल की धड़कन, सांस लेना और सोने जैसी क्रियाएं नियंत्रित करता है।
basal ganglia , brain stem के पास ही होता है और दिमाग के अन्य भागों से संदेशों का संतुलन बनाने का काम करता है। इसके बाद आता है cerebellum, जो दिमाग के सबसे पीछे का हिस्सा होता है। इसे कुछ लोग छोटा दिमाग भी कहते हैं। ये हमारे बॉडी के अन्य भागों से संतुलन बनाने का काम करता है। इसके अलावा cranium नाम की एक मोटी हड्डी हमारे दिमाग को चोट या दूसरी किसी इंजीरी से बचाती है।
Brain के लिए क्या खाना सही है :
भूलने की बीमारी, पढ़ाई में मन न लगना या बहुत अनहेल्दी फील होना, आपके थके हुए होने का लक्षण है। इसलिए आपको चाहिए कि न्यूट्रिशन से भरा खाना खाएं जिससे आपका दिमाग सरपट दौड़ने लगे। लेकिन, सवाल वही है कि आखिर खाए क्या ?
तो रिपोर्ट्स कहती हैं की, विटामिन ,ल्युटिन, फॉलेट और बीटा कैराटीन से भरा पालक, ब्रोकली और दूसरी हरि पत्तेदार सब्जियां दिमाग को स्वस्थ रखती हैं। कद्दू के बीज में जिंक होता है जो थिंकिंग स्किल को बढ़ाता है। अखरोट और बादाम में पोषक तत्व होते हैं जो दिमाग को सेहतमंद रखते हैं।
एक शोध के मुताबिक, डार्क चौकलेट और बेरी सबसे फायदेमंद बताए जाते हैं। इन दोनों में एंटीऑक्सीडेंट और फ्लेवोनॉयड्स होते है जो ब्रेन सेल्स को मजबूत करते हैं। इनसे दिमाग के उन हिस्सों में खून का प्रवाह सही से होता है जहां पहले खून पहुंच ही नहीं पाता था।
ये चीज़े खाई तो दिमाग का फ्यूज उड़ जाएगा :
दिमाग के लिए सबसे अनहेल्दी चीज़ों में शामिल हैं चीनी, मैदा और तला हुआ खाना। यानी गोलगप्पे, भटूरे, मालपुआ, बालूशाही, मोमोज़ और चाऊमीन जैसी हमारी फेवरेट चीज़े। तो अब आप जब भी ये चीज़े खाएं तो ज़रा सोच समझ कर खाएं।