किसी घर के खपरे टूटे पड़े हैं, तो किसी घर में पत्थरों का अंबार है। सीमेंट शीट वाले घरों में अब नई सीमेंट शीट लगाना पड़ेगा। क्योंकि अब वो सीमेंट शीट इस लायक बची नही हैं, कि वो छत को ढँक सके। लोग निराश हैं, क्योंकि एक तू तू मैं मैं से शुरू हुआ झगड़ा इस स्तर पर पहुँच गया कि ज़िले के पुलिस अधीक्षक को शांति कायम करने के लिए गाँव में बड़ी मात्रा में पुलिस बल लगाना पड़ा है।
छिंदवाड़ा के लालगांव की घटना को कैसे बयान कर रहे हैं हिंदू और मुसलमान
18 फ़रवरी 2023 को महाशिवरात्रि का जब जुलूस निकला तो मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा ज़िले के लालगांव में मस्जिद के सामने पहुंचा। बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के अनुसार , मस्जिद के सामने जुलूस पहुँचने पर उसे रोका गया और वापिस जाने के लिए कहा गया। वहीं उन्हे गालियां भी दी गईं। ऐसा दक्षिणपंथी संगठन बजरंग दल के स्थानीय लोगों द्वारा आरोप लगाया गया है। पर स्थानीय मुसलमान थोड़ी अलग बात बता रही हैं।
गाँव के मुसलमानों का कहना है कि मामला थोड़ा अलग है, होता ये है कि जुलूस मस्जिद के सामने पहुंचा तो उसमें बजने वाले डीजे में भड़काऊ गाने बजाए जा रहे थे, उन गानों के बोल ऐसे थे कि जैसे मुस्लिम समुदाय को उकसाया जा रहा हो। वहीं इस दौरान कुछ मुस्लिम युवाओं के द्वारा इन गानों का विरोध किया गया। और डीजे वाले को डीजे बंद करके आगे जाने को कहा गया। इस दौरान दोनों ओर से गालियां और अपशब्द कहे गए , जिसका वीडियो बनाकर वायरल किया गया । जिसके बाद दूसरे दिन 19 फ़रवरी को बड़ी तादाद में आसपास और अन्य दूसरे गांवों से बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के लोग इकट्ठा हुए और गाँव में मुस्लिमों के घरों को टारगेट किया गया। पत्थर मारे गए, घरों के दरवाजे तोड़ दिए गए।
एक युवा ने कहा कि यह गाँव आस पास के कई गांवों के बीच एक बड़ी मुस्लिम आबादी का गाँव है। पिछले कई दिनों से इस गाँव की शांति बिगाड़ने की कोशिश बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद द्वारा की जाती रही है। ऐसे ही इस गाँव में विवाद करने की कोशिश की गई थी, जो उकसावे वाले गाने बजाए गए। आप ये बताईए पहले दिन जब कोई मारपीट नहीं हुई, सिर्फ़ मुंह से एक दूसरे को गालियां तक वाला विवाद था। पुलिस ने विवाद के बाद कई मुस्लिम युवाओं को उठा लिया, पर दूसरे दिन 19 फ़रवरी को फिर से रैली निकाली गई, जिसमें आसपास के कई गाँव के लोग पुलिस बल की मौजूदगी में घर में पत्थर बरसाते हैं। मतलब उन्हे किसी का डर नहीं, बस मुस्लिम आबादी वाले क्षेत्र में जाकर उत्पात करना है और कानून को धता बताना है।
शुक्र है कलेक्टर मैडम का जो गाँव आईं और शांति की कोशिश की
गाँव के पीड़ित मुस्लिमों का कहना है कि शुक्र है कि कलेक्टर मैडम और एसपी साहब का जो गाँव आए और गाँव का माहौल बिगाड़ने वालों पर कार्यवाही की बात कही । पहले दिन तो सिर्फ़ एक तरफ़ा कार्यवाही को अंजाम दिया गया था। अधिकतर मुस्लिमों को चाँद थाने ले जा लिया गया था। जब दूसरे दिन गाँव के कुछ लोगों के साथ बाहर से बड़ी संख्या में लोग लालगाँव आए तो गाँव में मुस्लिमों के घर में पथराव किया गया। जब ये सब हो गया , हमारे घरों में पत्थर बरसा दिए गए तोडफोड कर दी गई। इन सबके बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई थी।
वो तो कलेक्टर साहब और एसपी साहब गाँव आए, उन्होंने गाँव वालों से बात की और स्थिति को अपनी आँखों से देखा । उनकी इंसानियत थी जो उन्होंने दूसरे पक्ष के उपद्रवियों पर कार्यवाही का भरोसा दिया। उनके आने के पहले तक तो ऐसा लग रहा था जैसे एक तरफ़ा कार्यवाही हो रही है।
छिंदवाड़ा पुलिस अधीक्षक विनायक वर्मा से ट्रिब्यूनहिन्दी.कॉम ने फोन पर बात की
जब हमने 20 फ़रवरी 2023 की दोपहर छिंदवाड़ा पुलिस अधीक्षक विनायक वर्मा से बात की तो उन्होंने हमें बताया : ” वहाँ पर दो इवेंट्स हुए थे। परसों के दिन कुछ लोगों के द्वारा शिवरात्रि के दिन शिवरैली को इंटरफियर करने का प्रयास हुआ था। कुछ हल्की फुल्की मारपीट हुई थी। उसमे FIR हुई थी, जिसमें 8 लोगों के नाम हैं जिसमें से 6 लोग गिरफ़्तार हो चुके हैं।
कल (19 फ़रवरी ) को शोभारैली निकाली जा रही थी, कुछ पथराव हुआ है। जिसमे एक कम्युनिटी के 6-8 घर डेमेज हुए हैं। लेकिन इसमें कोई पर्सनल इंजरी नहीं हुई , कोई लॉस ऑफ लाईफ भी नहीं है। डेमेज भी कांच फूटने और दरवाज़े फूटने तक सीमित है। और उसमे भी FIR हो गई है। दोनों पक्षों पर कार्यवाही की गई है। आगे सुरक्षा के दृष्टिकोण से वहाँ पर फोर्स तैनात कर दी गई है।
उन्होंने हमें आगे बताया कि, दोनों पक्षों में बलवा की कार्यवाही की जा रही है। दोनों मे 294, 506, गाली गलौच , जान से मारने की धमकी देना की धारा शामिल की गई है। पहले दिन की घटना पर मारपीट की धारा भी शामिल है और दूसरे दिन मकानों मे तोडफोड हुई है, इसलिए उसमे 427 की धारा शामिल की जा रही है।
( आज जब दिनांक 21 फ़रवरी 2023 को हम यह ग्राउंड रिपोर्ट पब्लिश कर रहे हैं, तब तक मध्यप्रदेश पुलिस के सिटीजन पोर्टल में हमें सिर्फ़ एक ही FIR नजर आ रही है, जोकि लालगांव निवासी पवन रघुवंशी की शिकायत पर 18 फ़रवरी को दर्ज की गई है, वहीं छिंदवाड़ा पुलिस अधीक्षक विनायक वर्मा ने हमसे 19 फ़रवरी की घटना पर जिस दूसरी FIR का ज़िक्र किया, वह हमें मध्यप्रदेश पुलिस के सिटीजन पोर्टल में ऑनलाईन नजर नहीं आ रही है।
पुलिस अधीक्षक विनायक वर्मा ने हमसे कहा कि ऐसी कोशिशें जारी हैं कि आगे से गाँव में ऐसी कोई घटना न हो, इसकी कोशिशें जारी हैं, साथ ही शांति समिति की बैठक जल्द ही बुलाई जाने वाली है। ( जब हम यह रिपोर्ट पब्लिश कर रहे हैं, तब तक लालगाँव में शांति समिति की बैठक हो चुकी है )
गाँव में बुलाई गई शांति समिति की बैठक, बैठक के बाद दोनों समुदाय के लोगों को आपस में गले मिलाने का वीडियो वायरल है।
लालगाँव का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें छिंदवाड़ा कलेक्टर शीतला पटले दोनों समुदाय के लोगों को शांति और भाईचारे से रहने की शपथ दिला रहे हैं। गाँव के एक व्यक्ति जो शांति समिति की मीटिंग में मौजूद थे उन्होंने हमें बताया कि शांति समिति की बैठक में अमन और भाईचारा कायम करने की बात की गई उसी की शपथ भी दिलवाई गई।
हमें गाँव के एक व्यक्ति ने यह भी बताया कि इस दौरान 19 फ़रवरी को आयोजित रैली के दौरान मुस्लिम समुदाय के गहरों में की गई पत्थरबाज़ी और तोडफोड की घटनाओं के खिलाफ एक शिकायत प्रशासन को सौंपी गई है। जिसमें आरोपियों को चिन्हित कर उनपर कार्यवाही की मांग की गई है।