कुछ महीनों पहले तक जामिया मिल्लिया इस्लामिया (Jamia Millia Islamia) को लोग दंगे भड़काने का आरोप लगा रहे थे। वहीं बीते साल सीएए (CAA) के विरोध में कई बार छात्रों ने आंदोलन भी किए। जिसके चलते कई लोगों ने यूनिवर्सिटी की छवि खराब करने की कोशिश की थी। मगर अब जामिया अपने बेहतर एकेडमिक प्रदर्शन (Academic result) के कारण चर्चा का विषय बना हुआ है।
इसरो केंद्रीकृत भर्ती बोर्ड – 2019 (ISRO Centralised Recruitment Board) द्वारा संचालित जनवरी 2020 की परीक्षा में जामिया के तीन पूर्व छात्रों ने बेहतर प्रदर्शन किया है। जामिया के पूर्व मैकेनिकल इंजीनियरिंग (Mechanical Engineering) के छात्र मोहम्मद काशिफ (Mohammad Kashif) ने इस परीक्षा में पहला स्थान हासिल किया है। यह परीक्षा साइंटिस्ट/इंजिनर ‘एससी- मैकेनिकल’ के पद के लिए हुई थी।
कौन है मोहम्मद काशिफ?
इसरो (ISRO) की परीक्षा में पहला स्थान हासिल करने वाले मोहम्मद काशिफ जामिया मिल्लिया इस्लामिया के इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी फैकल्टी (Engineering and Technology Faculty) के पूर्व छात्र है। उन्होंने साल 2019 में मेकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक (B.Tech) की डिग्री हासिल की थी। उसी साल जनवरी में हुए इसरो की परीक्षा में उन्होंने हिस्सा लिया था। मगर परीक्षा का परिणाम कुछ ही दिनों पहले इसरो ने जारी किया है। परिणाम से काशिफ और उनके घर वाले काफी खुश हैं।
इसरो की परीक्षा – एक नजर में
इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन – इसरो (Indian Space Research Organisation – ISRO) द्वारा हर साल साइंटिस्ट या इंजीनियर पद के लिए एक परीक्षा आयोजित की जाती है। इसरो केंद्रीकृत भर्ती बोर्ड – 2019 (ISRO Centralised Recruitment Board) ने जनवरी 2020 में इसी पद के लिए परीक्षा आयोजित कराई गई थीं। कोरोना काल के कारण इस परीक्षा के बाद होने वाले इंटरव्यू को जुलाई 2021 में आयोजित किया गया था।
जामिया मिल्लिया से इस परीक्षा में तीन छात्रों ने काफी बेहतर प्रदर्शन किया है। काशिफ के अलावा उसी के कक्षा के अमित कुमार भारद्वाज (Amit Kumar Bhardwaj) और अरीब अहमद (Arib Ahmad) को भी इसी पद के लिए चुना गया है। तीनों छात्र टॉप 10 में अपनी जगह बनाने में सफल रहे है।
जामिया का शिक्षा के क्षेत्र में अधिक ध्यान
कुछ ही दिनों पहले आए एनआईआरएफ (NIRF) की रैंकिंग में जामिया ने छठा (6th) स्थान हासिल किया था। पिछले वर्ष से इस वर्ष कॉलेज ने चार स्थान की बढ़ोतरी हासिल की है। इस सफलता के बाद अब कॉलेज के छात्रों का इसरो में चयनित होना काफी सराहनीय है।
कॉलेज के कुलपति प्रो. नजमा अख्तर (Prof. Najma Akhtar) ने छात्रों की इस बेहतरीन प्रदर्शन पर कहा कि, “उत्तीर्ण छात्रों के इस बेहतरीन प्रदर्शन पर उन्हें ढेर सारी शुभकामनाएं। इस उपलब्धि से कॉलेज के दूसरे छात्रों को भी रिसर्च में अपना करियर बनाने के लिए प्रेरणा मिलेगी।”