किस की गोली से हुई दानिश की मौत नहीं पता

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  • दानिश युद्धक्षेत्र में हमसे इजाजत लेकर नहीं आए थे, हम उनकी मौत के लिए माफी नहीं मांगेंगेः तालिबान

अफगानिस्तान में चल रहे गृहयुद्द को लेकर दुनिया में चर्चा हो रही है। भारत भी इससे अछूता नहीं है, और भारतीय पत्रकार दानिश सिद्दीकी की मौत के बाद इस देश का हर नागरिक अफगानिस्तान में चल रहे गृहयुद्द के बारे में जान गया है। तालिबान जो कभी दुनिया भर में आतंकवादी संगठन माना जाता था, अब वह अफगानिस्तान के एक बड़े हिस्से पर शासन कर रहा है। सरकार चला रहा है। कई देशों ने उसे बतौर सरकार मान्यता भी दे दी है।

समारिक लिहाज से अफगानिस्तान भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसलिए अगर अफगानिस्तान में पूरी तरह तालिबान का कब्जा हो जाता है, तो इसका असर सीधे तौर पर भारत और अफगानिस्तान के रिश्तों पर पड़ेगा। अब, जब तालिबान लगभग 85 फीसदी अफगानिस्तान पर शासन कर रहा है, तो भारत और अफगानिस्तान का भविष्य कैसा किस दिशा में जा सकता है। इस पर एक बड़े हिंदी अखबार ‘दैनिक भास्कर’ ने तालिबान के आधिकारिक प्रवक्ता का इंटरव्यू लिया है। जिस पर उन्होंने कहा कि भारत ही नहीं हम हर उस देश से बात करने को तैयार हैं, जो हमसे अच्छे संबंध रखना चाहते हैं। बस बशर्ते वह हमारे आंतरिक मामलों में दखल न दें।

भारत से नहीं हुई कोई बात

तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने भारत से बातचीत के सवाल पर कहा कि अभी तक हमारी भारत के किसी संस्थान या किसी प्रतिनिधि से कोई बातचीत नहीं हुई है। इसके अलावा भारत को लेकर उन्होंने तालिबान की रणनीति के बारे में बात करते हुए कहा, ‘हमारी रणनीति किसी भी देश में हस्तक्षेप करने की नहीं है। हम किसी देश को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते और न हीं अपने देश को नुकसान पहुंचाने देंगे। हम भारत व अन्य पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंध रखना चाहते हैं।

जायज भारतीय निवेश की करेंगे सुरक्षा

बीते दो दशकों में भारत ने अफगानिस्तान में काफी निवेश किया है। अब इस निवेश की सुरक्षा के सवाल पर तालिबानी प्रवक्ता ने जवाब दिया कि अर्थिक विकास में मदद करने वाले जायज निवेश का समर्थन करते हैं। जो निवेश अफगान राष्ट्र निर्माण करेगा, हम उसकी रक्षा करेंगे।

किस की गोली से हुई दानिश की मौत नहीं पता

दानिश की मौत के लिए माफी मांगने के सवाल पर तालिबान के प्रवक्ता ने कहा कि दानिश सिद्दीकी की मौत युद्ध में हुई थी। यह बात किसी को नहीं पता की दानिश की मौत किस की गोली से हुई। किसी ने उनकी लाश के साथ बदसलूकी नहीं की, उनकी लाश को नहीं जलाया गया। हम उनकी लाश की तस्वीरें आपको दिखा सकते हैं। उनकी मौत के बाद उनका शरीर युद्ध वाली जगह पर पड़ा गया था। हमने बाद में उन्हें पहचाना और रेडक्रॉस के हवाले कर दिया।

माफी की बात जबीउल्लाह मुजाहिद कहते हैं कि हम दानिश सिद्दीकी मौत के लिए माफी नहीं मांगेंगे, क्योंकि यह बात अभी तक साफ नहीं है कि उनकी मौत किस की गोली से हुई है। उन्होंने युद्धक्षेत्र में आने के लिए हमसे इजाजत नहीं ली थी। वह हमारे दुश्मन के टैंक में थे। वह अपनी मौत के लिए खुद जिम्मेदार हैं।

महिलाओं को सभी इस्लामिक अधिकार देंगे

पिछले तालिबानी शासन में महिलाओं पर हुए जुल्म के सवाल और महिलाओं के अधिकारों के बारे में बात करते हुए तालिबानी प्रवक्ता ने कहा कि हम इस्लाम में महिलाओं और पुरूषों को दिए गए अधिकारों का सम्मान करते हैं। जो अधिकार इस्लाम में महिलाओं को दिए गए हैं, हम वह सभी अधिकार महिलाओं को देंगे। इस बारे में दुष्प्रचार किया गया था।

उन्होंने आगे कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि महिलाएं इस्लामी कानून के मुताबिक दफ्तरों, एजुकेशन संस्थानों और मेडिकल संस्थानों के साथ उस हर जगह पर काम सकती हैं, जहां उनकी जरूरत होगी। उन्हें काम करने का मौका मिलेगा। हम महिलाओं को सुरक्षित माहौल देना चाहते हैं।

अफगानिस्तान में शांति चाहते हैं हम

अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता स्थापित करने की अपनी योजना के बारे में बात करते हुए उन्होंने बताया, ‘ हमारे सभी प्रयास अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता के लिए ही हैं। हम कोशिश कर रहे हैं। कि हमारे देश में युद्ध के जो भी कारण हैं वो खत्म हो जाएं। और पूरी तरह शांति स्थापित हो जाए।