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देश के18 सबसे बडे टैक्स डिफॉल्टर्स में 11 गुजरात के

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खबर 2015 की थी, और इस खबर के ज़रिये मोदी जी के गुजरात मॉडल का एक सच और सामने आया है, वित्त वर्ष 2014-15 की समाप्ति के दिन आयकर विभाग ने ऐसे 18 सबसे बडे टैक्स डिफाल्टर के नाम प्रकाशित किये हैं जिन पर पिछले साल का आयकर विभाग का 500 करोड रुपये से अधिक कर बकाया है। इनमें से 11 नाम गुजरात से हैं !
आयकर विभाग के मुताबिक, इन इकाइयों ने जानबूझकर कर की अदायगी नहीं की है. इन इकाइयों को उनके बकाया कर का भुगतान करने के लिए बाध्य करने की एक कोशिश के तहत केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने कुछ दिनों पहले आयकर विभाग को इन नामों को उसकी वेबसाइट पर डालने को कहा था जिसमें से 11 गुजरात स्थित हैं.
इस सूची में शामिल कंपनियों में सोमानी सीमेंट पर 27.47 करोड़ रुपये, ब्लू इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी पर 75.11 करोड़ रुपये, एप्पलटेक सॉल्यूशंस पर 27.07 करोड़ रुपये, ज्यूपिटर बिजनेस पर 21.31 करोड़ रुपये और हीरक बायोटेक पर 18.54 करोड़ रुपये का कर बकाया है.
गुजरात स्थित कंपनियों में आइकॉन बायो फार्मा पर 17.69 करोड़ रुपये, बनयान एंड बेरी एलॉय पर 17.48 करोड़ रुपये, लक्ष्मीनारायण टी. ठक्कर पर 12.49 करोड़ रुपये, विराज डाइंग एंड प्रिंटिंग पर 18.57 करोड़ रुपये, पूनम इंडस्ट्रीज पर 15.84 करोड़ रुपये, कुंवर अजय फूड पर 15 करोड़ रुपये की कर देनदारी है. इनके अलावा, जयपुर स्थित गोल्डसुख ट्रेड इंडिया पर 75.47 करोड़ रुपये, कोलकाता स्थित विक्टर क्रेडिट एंड कंस्ट्रक्शन पर 13.81 करोड़ रुपये, मुंबई स्थित नोबल मर्चेंडाइज पर 11.93 करोड़ रुपये कर बकाया है.
इनकम टैक्स के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘इन नामों को सार्वजनिक करने का उद्देश्य यह है कि आम आदमी ऐसे लोगों की जानकारी देने में विभाग की मदद कर सके. यह कदम ऐसे लोगों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए उठाया गया है जो कानून के खिलाफ काम कर रहे हैं. इससे पहले, इन नामों को विभाग की वेबसाइट पर डाला गया था.
नोटिस में कहा गया है, ‘चूककर्ताओं को उनके बकाया करों का तत्काल भुगतान करने की सलाह दी जाती है.’
एक वरिष्ठ आयकर अधिकारी ने कहा, ‘यह पहली बार है जब विभाग ने ऐसे जानबूझकर कर की अदायगी नहीं करने वालों के नाम सार्वजनिक किए हैं जिन पर 10 करोड़ रुपये या इससे अधिक की कर देनदारी है. कई मामलों में निर्धारिती (कर देनदार) लापता हैं. विभाग ने सार्वजनिक नोटिस में पैन नंबर और इन चूककर्ताओं के अंतिम ज्ञात पते उपलब्ध कराए हैं.
अधिकारी ने कहा कि विभाग जानबूझ कर चूक करने वालों के नाम सार्वजनिक करने का समय समय पर प्रस्ताव करता रहा है और चालू वित्त वर्ष के अंतिम दिन यह कदम उठाया गया है !
https://aajtak.intoday.in/error.html?=https://aajtak.intoday.in/story/18-of-indias-biggest-tax-defaulters-1-8056
ये आंकड़े पहले इण्डिया टुडे ने भी लगाया था, बाद में इस लिंक से लेख को हटा दिया गया
 

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