डिप्टी सेक्रेटरी (होम) पवन कुमार ने 15 जून को एक लेटर जारी कर संजीव को, उपराज्यपाल की मंजूरी के बाद, एसीपी से वापस इंस्पेक्टर बनाने का फैसला जारी किया था।
नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में फरवरी 2020 में हुए दंगों के समय करावल नगर के एसएचओ रहे एसीपी संजीव कुमार को डिमोट कर इंस्पेक्टर बना दिया गया है। दिल्ली पुलिस मुख्यालय से मिली एक सिफारिश पर उपराज्यपाल ने मुहर लगाया जिसे होम मिनिस्ट्री ने हरी झंडी दे दी है। इसके बाद एसीपी (ऑपरेशंस) शाहदरा के पद पर कार्यरत संजीव कुमार अचानक अनिश्चित अवकाश पर चले गए है।
क्या है पूरा मामला?
शिव विहार के हाजी हाशिम नामक व्यक्ति ने दंगों के वक्त पुलिस के पास अपने घर के जलने की शिकायत दर्ज कराई थी। इसी इलाके में कई दंगाइयों ने एक धार्मिक स्थल सहित अलग-अलग जगहों पर आगजनी को अंजाम दिया था। पुलिस ने सभी मामलों को एक ही केस में जोड़ दिया, जिसके कारण हाशिम ही पीड़ित और आरोपी दोनों बन गया था। इसके लिए हाशिम ने सेशन कोर्ट में अर्जी लगाई थी। कई दिनों तक सेशन कोर्ट और पुलिस के बीच बात की फेका फेकी चली।
महकमे में है चर्चा गरम
पुलिस महकमे में यह हलचल तेज है कि संजीव कुमार को इसमें अकारण ही फसाया जा रहा है। वह जल्दी ही इस फैसले के खिलाफ सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल (CAT) में एक अपील दायर करा सकते हैं।
चर्चा यह भी है कि यह कार्यवाही संजीव के खिलाफ बिना किसी जांच पड़ताल के की गई है। यह एक बे बुनियादी फैसला है जो होम मिनिस्ट्री ने जारी किया है।
जल्द मिल सकती है राहत : सूत्र
कई सूत्रों के मुताबिक, अगर यह आरोप एफआईआर ना दर्ज करने या करवाने का है तो यह बड़ी बात नहीं है। अक्सर ऐसा कई केसों में होता है। लेकिन अगर मामला चार्जशीट का है, तो चार्ज शीट जब तैयार की जा रही थी तब संजीव एसएचओ पद पर नहीं थे। वह मई के महीने में ही ट्रांसफर होकर बेगमपुर एसीपी बन चुके थे।