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रोड पानी में डूबी, दबंगों ने नहीं दिया खेत से रास्ता तो तालाब से निकाली शव यात्रा

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जबलपुर– मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले की  पनागर तहसील में दबंगों के द्वारा इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली घटना की खबर आ रही है, उन पर जातिगत भेदभाव के चलते एक शव यात्रा को निकालने के लिए रास्ता नहीं देने का आरोप है, जिसके बाद मृतक के परिजनों को तालाब के रास्ते शव यात्रा निकालनी पड़ी. गांव से शमशान घाट जाने वाली कच्ची सड़क बरसात में डूब गई थी. जिसके बाद आवाजाही के लिए खेत का रास्ता बचा था. लेकिन पिछड़ी जाति के लोगों को उस रास्ते से शव यात्रा निकालने से रोक दिया गया.
बुधवार को उडीसा के कालाहांडी ज़िले की खबर सामने  आई  थी, दाना मांझी नमक युवक अपनी पत्नी की लाश को पैदल ही अपने कांधे में रखकर ले जा रहा था. ख़बरों के अनुसार अस्पताल प्रशासन के द्वारा एम्बुलेंस न मिलने के कारण दाना मांझी अपनी पत्नी को काँधे में लादकर 60 किलोमीटर दूर अपने गाँव जा  रहा था. माझी के पास अपनी पत्नि की लाश को घर ले जाने के लिए रुपये नहीं थे.
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अब मध्यप्रदेश से इंसानियत को शर्मसार करने वाली इस खबर के आने के बाद हमारे समाज के खोखलेपन की परत खुल रही है, ख़बरों के अनुसार पनागर में जिस खेत के रास्ते से अंतिम यात्रा ले जाने से रोका गया, वास्तव में वो एक सरकारी ज़मीन है. जिसमें इलाक़े   के  दबंगों का क़ब्ज़ा है.
जबलपुर कलेक्टर का कहना है कि यह आपसी रंजिश का मामला है.  इसमें कहीं ऊंची और नीची जाति की बात नहीं है. जबकि निचली जाति के लोगों ने आरोप लगाया था कि ऊंची जाति के कुछ दबंगों ने अपने खेत से उन्हें शव यात्रा नहीं निकालने दिया, जिसके बाद उन्हें तालाब के रास्ते शमशान घाट तक जाना पड़ा.

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