छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में शनिवार शाम को एक CRPF जवान ने अपने साथियों पर अन्धाधून्ध फायरिंग की. जिसमे उसके चार साथियों की मौके पर ही मौत हो गयी जबकि एक गंभीर रूप से घायल है और उसकी हालात नाजुक बताये जा रहे है. मरने वाले में झुंझुनू के सुरजगढ के बलौदा निवासी राजवीर सिंह मेघवाल, जम्मू-कश्मीर के SI वीके शर्मा, अहमदाबाद के SI मेघसिंह और आंध्र प्रदेश के आरक्षक जीएस राव नाम शामिल है. रेवाड़ी के गजानंद गंभीर रूप से घायल है. सीआरपीएफ डीआईजी सुंदरराज ने बताया कि 168वीं बटालियन के जवान संत राम (यूपी) ने फायरिंग की। उसे हिरासत में ले लिया गया है।
राजवीर 1988 में CRPF ज्वाइन किया था और उसके दो बेटे और एक बेटी है. बड़ा बीटा खरगपुर IIT में पढ़ रहा है. राजवीर करीब डेढ़ साल से बीजापुर में कार्यरत थे और उनकी पोस्टिंग गुडगाँव में हो गयी थी और वह रविवार को घर भी जाने वाले थे.
क्या थी फायरिंग की वजह?
बताया जा रहा है की एसआई गजानंद और कांस्टेबल संतलाल के बीच में तैनाती को लेकर कुछ रंजिश थी फलस्वरुप दोनों के बीच कुछ समय से अनबन थी. इनके बीच शुक्रवार को दोनों के बीच हुई बहस से मामला और तनावपूर्ण हो गया. मारे जाने चारों लोग गजानंद के पक्षधर थे. मिली जानकारी के अनुसार शनिवार को कुछ और कहासुनी हुई और मामला अचानक गर्मा गया. गुस्से हुए संत राम ने अपनी रायफल लोड की और अपने साथियों पर गोली बरसना शुरू कर दिया.
जिस से उसके चार साथियों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया और गजानंद को गंभीर हालत में हॉस्पिटल में भारती कराया गया.
आपको बता दे ये इलाका नक्सलवाद प्रभावित है, इसीलिए यहाँ हरदम जवानों की तैनाती रहती है. यहाँ 2017 में 40 जवान अपनी जान नक्सलवाद के चलते गवा चुके है.