रामपुर लोकसभा सीट से सांसद और उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनट मंत्री रहें मोहम्मद आज़म खान इस वक़्त अपने राजनीतिक करियर सबसे खराब दौर से गुज़र रहे हैं।
उन्हें अपने लोकसभा क्षेत्र में या संसद में जो समय गुज़ारना था वो वक़्त उन्हें सीतापुर की जेल में गुज़ारना पड़ रहा है।
सीतापुर की जेल में उन्हें इसलिए अपना वक़्त गुज़ारना पड़ रहा है क्योंकि सिर्फ रामपुर ही में उन पर 50 से ज़्यादा मुकदमे दर्ज हैं,अब ये मुकदमे कितने सही है या नहीं ये तय करने का काम अदालत का है।
अब एक मिसाल तो आपने सुनी ही होगी एक तो करेला ऊपर से नीम चढ़ा, वही आज़म खान के साथ हो रहा है,जेल में बंद सांसद महोदय की तबियत भी खराब है,बीते दिनों उन्हें कोरोना हो गया था,और आनन फानन में उनको मेदांता में भर्ती कराया गया था।
बीतें दिनों फिर से उनकी तबियत खराब हो गयी और उनकी एक तस्वीर वायरल होने के बाद बहुत हंगामा भी हुआ था,और अखिलेश यादव भी लखनऊ पहुंच गए थे,अब इन्हीं हालात पर एक अच्छी खबर उनके लिये आयी है।
इलाज करा सकेंगें मगर अपने खर्च पर
हिंदुस्तान अखबार की खबर के मुताबिक सपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केबिनेट मंत्री जो रामपुर लोकसभा से सांसद भी आजम खान मेदान्ता हॉस्पिटल में इलाज करा सकते हैं।
बस इसमें अहम ये है कि उन्हें इलाज का सारा खर्च खुद उठाना पड़ेगा। यह आदेश विचारधीन आजम खान की ओर से दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने दिया है।
सीतापुर के जेल अधीक्षक सुरेश सिंह ने मेदान्ता हॉस्पिटल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. राकेश कपूर को इस संबंध में पत्र भेजा है। डॉ. कपूर ने बताया कि आजम की तबीयत स्थिर है। डॉक्टरों की निगरानी में इलाज चल रहा है।
आजम खान फिलहाल खुद के खर्च पर इलाज करा रहे है, उन्होंने बताया है कि “सुप्रीम कोर्ट के आदेश की सरकारी वकील अजय विक्रम सिंह ने जानकारी दी।
अदालत के आदेश को ही मेंदाता अस्पताल को भी भेजा गया है, आदेश में निजी खर्चे पर इलाज के अलावा मोबाइल से उन्हें किसी बाहरी व्यक्ति से बात करने पर भी पाबंदी लगाई गयी है।