जो झूठ पहले छिप कर बोला जाता था, अब खुले आम बोला जा रहा है
2014 के बाद देश की राजनीति में सबसे महत्वपूर्ण परिवर्तन यह आया है कि झूठ या फर्जीवाड़ा, जो पहले लुकछिप पर कुछ अपराध बोध के साथ...
2014 के बाद देश की राजनीति में सबसे महत्वपूर्ण परिवर्तन यह आया है कि झूठ या फर्जीवाड़ा, जो पहले लुकछिप पर कुछ अपराध बोध के साथ...
आयकर और ईडी के छापे 2014 के पहले भी पड़ते थे और अब भी पड़ रहे हैं तथा आगे भी पड़ते रहेंगे। पर यह छापे अधिकतर...
मैं 1945 में अग्रणी में हिंदू महासभा और आरएसएस का वह कार्टून नही भूलता, जिंसमे सावरकर और डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी, तीर लेकर, दशानन रावण के...
मथुरा से जब आप हाथरस की ओर चलेंगे तो हाथरस जिले में प्रवेश करते ही एक कस्बा पड़ेगा मुरसान । मुरसान एक छोटा सा कस्बा है।...
पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ का एक ट्वीट चर्चा में है जिंसमे वे नरेंद्र मोदी के लिये कह रहे हैं कि, ” यह कोहिनूर हीरा भारत को 500 वर्षों...
किसी जमाने मे जब अदालतें न्यायिक निर्णयों के बजाय कार्यपालिका से जुड़े मामलो में दखल देने लगती थीं तो इसे न्यायिक सक्रियता का दौर कहा जाता...
किसी भी सरकार की प्राथमिकताएं तय होती है, सत्तारूढ़ दल के राजनैतिक दर्शन और उसकी आर्थिक नीतियों से। राजनीतिक दर्शन उस दल की आत्मा होती है...
इतिहास के साथ दुष्प्रचार और गलतबयानी एक आम बात रही है। सत्तारूढ़ शासक अक्सर अपने विकृत और विद्रूप अतीत को छुपाना चाहते है और अपने बेहतर...
यदि एक शब्द में इस सौ दिन से चल रहे किसान आन्दोलन की उपलब्धि बतायी जाय तो वह है जनता का निंद्रा से उठ खड़ा होना।...
आज तक एक भी जन आंदोलन या जन समागम नही हुआ होगा, जिंसमे अपराधी और गुंडा तत्व शरीक न हो गए हों। यहां तक की धार्मिक...
किसान आंदोलन अब एक नए फेज में आ गया है। लाल किला की घटना के बाद, इस आंदोलन के नेताओ को अब अपनी रणनीति पर नए...
सुप्रीम कोर्ट में सीजेआई ने आज सुनवाई करते हुए कहा कि, ” हमे अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि आपने ( सरकार ने )...