2-G मामले पर अदालत की ओर से फैसला आने पर सियासी दलों में भूचाल सा आ गया है. कांग्रेस ने इस फैसले के बाद भारतीय जनता पार्टी पर तीखा हमला बोला है.
वहीं इस पूरे मामले में अहम कड़ी भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा है कि वो इस फैसले से निराश नहीं है. उन्होंने कहा है कि सरकार इस मामले को लेकर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटायेंगे. स्वामी ने एक ट्वीट कर तमिलनाडु की मुख्यमंत्री रहीं दिवंगत जयलललिता के मामले का उदाहरण दिया. उन्होंने लिखा है कि जयललिता के हाईकोर्ट से बरी होने के बाद कांग्रेस और सहयोगियों ने जश्न मनाया था और फिर सुप्रीम कोर्ट में हार गए. ऐसा ही यहां भी होगा. स्वामी ने कहा कि फैसला उन्होंने अभी पढ़ा नहीं है. मीडिया के जरिए ही उन्हें जानकारी मिली है। उन्होंने कहा कि वो अभी पूरा फैसला पढ़ने का इंतजार कर रहे हैं और उसके बाद आगे की रणनीति तय करेंगे.
Govt must prove its bonafides by filing an immediate appeal in High Court
— Subramanian Swamy (@Swamy39) December 21, 2017
Congis and Allies celebrated JJ HC acquittal. Then in SC got deflated. Same will be here.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) December 21, 2017
Judge Saini must have taken into account what the Establishment is doing to ED Jr Director for prosecuting PC BC.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) December 21, 2017
बहुत बुरा निर्णय
स्वामी ने फैसले पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि आज का फैसला बहुत बुरा निर्णय है, इसे उच्च न्यायालय में ले जाना चाहिए. स्वामी ने कहा कि न्यायाधीश ने कहा है कि पहले बहुत उत्साह था, लेकिन बाद में यह बदतर हो गया. न्यायाधीश ने यह भी कहा कि वकील निराश हो गए थे.
रोहतगी पर टिप्पणी
स्वामी ने कहा कि पूर्व एजी मुकुल रोहतगी ने इस फैसले का स्वागत किया है, मैंने प्रधानमंत्री को एजी के रूप में उनकी नियुक्ति का विरोध करने के लिए लिखा था. रोहतगी कुछ आरोपी कंपनियों के लिए अदालत में उपस्थित थे.
यह कोई झटका नहीं है
उन्होंने कहा कि यह कोई झटका नहीं है, यह एक भ्रम है क्योंकि कानूनी अधिकारी भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने पर गंभीर नहीं थे. इसलिए मुझे उम्मीद है कि प्रधानमंत्री इससे कुछ सबक लेंगे. स्वामी ने कहा कि इसे पटरी से उतार दिया गया है, लेकिन इसे फिर से ट्रैक पर वापस लाया जा सकता है क्योंकि हमारे पास ईमानदार कानून अधिकारी और वकील हैं जो मंत्रियों के ‘चमचागिरी’ नहीं करते हैं.