लगभग एक दशक पहले हम तब क्रिकेट देखते है,जब सामने वाले टीम को किसी एक ओवर में 30 से ज्यादा रन जितने के लिए चाहिए होते है तो हम हार लगभग तय सी मान लेते है और सोचते है कि 6 छक्के तो कोई नहीं मार सकता है, पर ये ये गलतफहमी भी तब दूर हो गयी जब युवराज खेल रह था. डरबन का वो महशूर ग्राउंड जहाँ बाउंसर से सिर चकराता है.
ब्रोड बोलिंग कर रहा था, तो युवराज ने एक के बाद एक चमत्कारी छक्कों से लोग ऑन के उस पार हो या इस पार लगातार 6 छक्कों को बरसात कर दी. और 6 छक्कों वाला असम्भव सा कीर्तिमान अपने नाम कर लिया. हालाँकि वो युवराज से पहले ये कारनामा हर्शल गिब्ब्स ने कर दिया था, पर वर्ल्ड कप में इस कारनामे ने अलग ही चार चाँद लगा दिए.
वर्ल्ड कप में था शानदार प्रदर्शन
वर्ल्डकप 2011 में युवराज का शानदार प्रदर्शन था. वर्ल्डकप में युवराज ने बल्ले और गेंद दोनों से ही बेहतरीन प्रदर्शन किया था.
बल्ले से युवराज ने एक शतक की बदौलत 362 रन और गेंद से एक पारी में 5 विकेट के साथ 15 विकेट अपने नाम किये थे. और अंततः वर्ल्डकप मैन ऑफ़ थे सीरीज चुने गए थे.
टेस्ट में युवराज का रिकॉर्ड
युवराज ने भारत के लिए टेस्ट में 40 मैच खेले हैं. उन्होंने 1900 रन बनाए हैं। 169 उनका सर्वाधिक स्कोर है।इस दौरान उनका 57.98 का शानदार स्ट्राइक रेट भी रहा है। टेस्ट में युवराज ने अब तक 3 शतक और 11 अर्धशतक लगाए हैं.
युवराज हरफनमौला खिलाड़ी हैं और उन्होंने गेंदबाजी में भी टेस्ट में कमाल दिखाया है। युवराज ने 9 विकेट लिए हैं.
वनडे मैच में युवि का रिकॉर्ड
वहीं युवराज के वनडे करियर की बात करें तो 304 मैच में युवि ने 36.56 की औसत से 8701 रन बनाए हैं. उनका सर्वाधिक वनडे स्कोर 150 है. उन्होंने 14 शतक और 52 अर्धशतक लगाए हैं.
T20 में प्रदर्शन
वहीं क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप T20 में भी युवराज ने अपने बल्लेबाजी का लोहा मनवाया है। 58 मैच में उन्होंने 1177 रन बनाए हैं। 77 उनका अधीकतम स्कोर है.
आईपीएल में धमाल
युवराज का आईपीएल का करियर भी शानदार रहा है। आईपीएल के शुरूआती 2 सीजन में वह किंग्स 11 पंजाब टीम के कप्तान थे। वह उस वक्त सबसे महंगे खिलाड़ी थे। 2011 में युवराज ने पुणे वारियर्स टीम का हिस्सा बने। इसके बाद 2014 में 14 करोड़ में रोयल चैलेंजर्स बैंगलुरु ने उन्हें खरीदा.
युवराज ने आईपीएल में अब तक 120 मैच खेले हैं। 120 मैचों में युराज ने 2587 रन बनाए हैं। 83 उनका हाइएस्ट स्कोर है। आइपीएल में युवि ने 12 अर्धशतक लगाए हैं.
जीता जिंदगी का सबसे बड़ा मैच
बाद में युवराज को सबसे खतरनाक माने जाने वाली बीमारी कैंसर ने भी खूब छकाया, पर युवराज कहाँ रुकने वाले थे. इस बीमारी के बावजूद युवराज ने वर्ल्डकप में अपने बल्ले और घुमती हुई स्पिन गेंद से विरोधियों को खूब धुल चटाई.
दरअसल वर्ल्ड कप के बाद से ही युवराज की तबीयत खराब होने लगी. हालांकि उनकी बीमारी का पता बाद में चला. पहले कहा गया कि उन्हें बिना कैंसर वाला ट्यूमर है, जिसका इलाज भारत में ही होगा, लेकिन बाद में पता चला कि उनके ट्यूमर में कैंसर भी है. युवराज ने हिम्मत नहीं हारी और इलाज के दौरान डटकर मुकाबला किया और सबसे मुश्किल इस मुकाबले को भी जीता.
युवराज सिंह ने अपनी किताब ‘द टेस्ट ऑफ माइ लाइफ’ में कैंसर से अपने संघर्ष की दास्तान को पेश करते हुए लिखा है,‘जब आप बीमार होते हैं, जब आप पूरी तरह निराश होने लगते हैं, तो कुछ सवाल एक भयावह सपने की तरह बार बार आपको सता सकते हैं। लेकिन आपको सीना ठोंक कर खड़ा होना चाहिए और इन मुश्किल सवालों का सामना करना चाहिए.’
कैंसर जैसी बीमारी से लड़कर क्रिकेट ग्राउंड में खेलना भी एक वर्ल्डकप जितने से कम नहीं था, जब ऐसा लग रहा था कि युवराज सिंह का क्रिकेट करियर अब नहीं बचा है तब युवराज ने सारी धारणाओं को अफवाह ठहरा ग्राउंड में उठ खड़े हुए और बाद में मैदान में खूब धमाल मचाया.