बीते बुधवार UP में कोंग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (priyanka gandhi) ने कोंग्रेस की तरफ से महिलाओं (women) के लिए घोषणापत्र (manifesto)जारी किया। इसमें स्कूली छात्राओं से लेकर आंगनवाड़ी वर्कर और पेंशन धारक महिलाओ के लिए कई लुभावने वादे किए गए हैं।
प्रियंका गांधी का घोषणापत्र ( women manifesto) को लेकर कहना है कि ये चुनावी घोषणा पत्र न होकर महिलाओं के सशक्तिकरण का प्रतिबिंब है। मालूम हो की प्रियंका गांधी शुरुआत से ही राजनीति में महिलाओ के आरक्षण (reservation)और भागीदारी (participation) को लेकर बात करती आई हैं।
महिलाओं के गुणों को राजनीति में प्रकट होना चाहिए :
प्रियंका गांधी ने दृढ़निश्चय, सक्षमता और शक्ति को महिलाओं का सहज गुण बताया। उन्होंने कहा, करुणा, दया आशा और साहस जैसे गुण महिलाओ में होते हैं और चाहिए कि ये गुण राजनीति में भी प्रकट हों।
सक्षमता, शक्ति व दृढ़निश्चय महिलाओं के सहज गुण हैं। महिलाएँ साहस, करुणा एवं आशा की प्रतीक हैं। महिलाओं के सच्चे सशक्तिकरण के लिए आवश्यक है कि उनके लिए एक ऐसा वातावरण बनाया जाए जिसमें उनकी अभिव्यक्ति को बंधन मुक्त व असीमित आकाश मिले।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) December 8, 2021
हमारे महिला घोषणा पत्र की मूल भावना यही है।
एक ट्वीट में कोंग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने लिखा, ” महिलाएं करुणा, साहस और आशा की प्रतीक हैं उनके सशक्तिकरण के लिए एक ऐसे वातारण की आवश्यकता है जहां उन्हें अपनी अभिव्यक्ति के लिए बंधन मुक्त और असीमित आकाश मिले ” उन्होंने आगे लिखा कि हमारे महिला घोषणा पत्र की मूल भावना ही यही है।
घोषणा पत्र को S5 श्रेणी में रखा गया है :
NDTV की रिपोर्ट में बताया गया है कि कोंग्रेस के इस महिला घोषणा पत्र को 5 भागों में बांटा गया है। इसमें महिलाओं के लिए स्वावलंबन, शिक्षा, सुरक्षा, सम्मान और सेहत के लिए काम किया गया है। मेनीफेस्टो में जो वादे किए गए हैं वो हैं, स्कूली (12वी) बच्चीयों को स्मार्ट फोन, कॉलेज छात्राओ को स्कूटी,
सरकारी पदों पर 40 प्रतिशत महिलाओ की भर्ती, पुलिस में 25 फीसदी महिलाओ की भर्ती, मनरेगा में 40 फीसदी महिलाओ को काम, आंगनवाड़ी वर्कर और आशा वर्कर को 10 हज़र महीना भत्ता, राशन की दुकान में 50 फीसदी महिलाए, सरकारी बसों में महिलाओ को मुफ्त यात्रा , बुजुर्ग महिला और विधवा को 1 हज़र महीना पेंशन और महिलाओ को 10 लाख तक का मुफ्त इलाज।
लड़की हूँ, लड़ सकती हूं :
याद हो कि, UP में प्रियंका गांधी ने महिलाओ के लिए “लड़की हूँ लड़ सकती हूं (ladki hun lad shakti hun)” का नारा दिया है। इसी थीम को लेकर दुर्गा स्तुति पर एक सांग भी बनाया गया है। जो कोंग्रेस पार्टी के यूट्यूब चैनल पर अवेलबल हैं। घोषणा पत्र जारी करने के दौरान UP में कोंग्रेस मुख्यालय में बड़ी संख्या में महिलाए हाथों में तख्ती लिए नज़र आई। तख्ती पर लड़की हूँ, लड़ सकती हूं का नारा लिखा था।
प्रियंका गांधी का कहना है कि लोकसभा और विधानसभा में सिर्फ 14 फीसदी महिलाएं हैं, जब 40 फीसदी महिलाओ को चुनाव लड़ने के लिए टिकट मिलेगी तो ये आंकड़ा 40 फीसदी तक पहुंचेंगा। और राजनीति में महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी।
महिला घोषणापत्र मील का पत्थर साबित होगा ?
प्रियंका गांधी के एक ट्वीट के मुताबिक, इस मेनिफेस्टो का खाका तैयार करने के लिए कोंग्रेस ने प्रेदश भर की महिलाओं से सलाह मशविरा किया है।
ये मेनिफेस्टो कॉलेज की लड़कियों, आशा वर्कर, शिक्षकों और प्रोफेशनल महिलाओं के लिए आवाज़ का प्रतिबिंब है। प्रियंका गांधी ने मेनिफेस्टो को महिला सशक्तिकरण और राजनीति में महिलाओं की भूमिका के लिए मील का पत्थर बताया। भारतीय राजनीति के इतिहास में पहली बार किसी पार्टी ने महिलाओ के लिए अलग से घोषणा पत्र जारी किया है।