मध्यप्रदेश में वीभत्सता की हदें पार, बलात्कार के बाद गुप्तांग में डाल दिये पत्थर

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देश में दिनों-दिन बलात्कार के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। कुछ मामले तो ऐसे होते हैं, जिसे सुनकर हमारी आपकी रूह भी कांप जाए। अब ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश से सामने आया है। दावा किया जा रहा है कि मध्य प्रदेश के सीधी जिले में एक महिला के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया है। पीड़ित महिला कुर्वाह गांव की रहने वाली है। महिला की उम्र 42 साल बताई जा रही है। महिला के चार बच्चे हैं। जिसमें से एक बेटे की उम्र 19 साल है।

महिला तड़के सुबह अपनी भैंस ढूंढने निकली थी, जिसके बाद वह घर नहीं लौटी। परिजनों द्वारा गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने के बावजूद पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की। जब पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की तो परिजनों ने खुद ही गांव के आस-पास छानबीन शुरू की। और पीड़िता के ही एक रिश्तेदार को सोन नदी के किनारे महिला का शव क्षत-विक्षत व निर्वस्त्र हालात में मिला। जानकारी के मुताबिक महिला की आंख निकाल ली गई। उसके शरीर पर तेजाब डाला गया। यही नहीं, उसके गुप्तांगों में पत्थर भरकर नदी में फेक दिया गया। जिसके बाद पूरी घटना के बाद पुलिस को सूचित किया गया।

अलग-अलग दिशा में भैंस खोजने गए थे घर के लोग

मध्य प्रदेश के एक लोकल न्यूज चैनल की मानें, तो महिला और उसके कुछ परिजन अलग-अलग दिशा में अपनी भैंस खोजने गए थे। परिजनों की पूछताछ के बाद भैंस सोन नदी के दूसरी पार मिल गई, जिसे वो लोग नांव से अपनी गांव ले आए। इसके बाद जब उसे सूचित करने के लिए परिजनों ने महिला को फोन लगाया, तो उसका फोन स्विच ऑफ आ रहा था। जब महिला अगले दिन सुबह भी घर नहीं पहुंची, तब परिजनों ने नजदीक के पुलिस थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पर परिजनों का दावा है कि पुलिस की ओर से मामले में कोई एक्शन नहीं लिया गया।

वीभत्सता की सारी हदें पार

बदमाशों ने महिला के साथ वीभत्सता की सारी हदें पार कर दी हैं। मध्य प्रदेश के एक लोकल चैनल के हवाले से एक महिला ने बताया कि पीड़िता के गुप्तांगों में पत्थर डाले गए थे। उसकी आंखें निकाल ली गईं, और सोन नदी में शव फेंकने से पहले पूरे शरीर को तेजाब डाल कर जला दिया गया था। जिससे महिला के शव कोई पहचान न पाये। साथ ही सोशल मीडिया पर महिला के हाथ-पांव काटने का भी दावा किया जा रहा है।

स्थानीय लोगों में है दहशत

इस घटना से स्थानीय लोग दहशत में जीवन काट रहे हैं। खासकर महिलाएं काफी खौफ में अपना जीवन काट रही हैं। महिलाओं का कहना है कि एक हफ्ते बाद भी पुलिस कोई कार्यवाही नहीं कर रही है। अभी तक पुलिस किसी भी आरोपी को नहीं पकड़ पाई है।

स्थानीय महिलाओं का कहना है कि आज यह एक के साथ हुआ है, कल मेरे साथ हो सकता है, फिर किसी और के साथ। अगर आरोपी ऐसे ही आजाद घूमते रहे, तो कोई यहां सुरक्षित नहीं रहेगा।

लोकल न्यूज चैनल से बात करते हुए राजकुमारी नाम की महिला कहती हैं कि ‘हमको बहुत डर लगता है। इस तरह की घटना उसके साथ हुई है, अगर प्रशासन नहीं सुनेगा तो हमारी क्या हालात होगी? हम लोग गरीब हैं। न मेरे पति हैं, न मेरे बच्चे हैं। कहीं बाहर कमा खा रहे हैं। ऐसा काम करा है। पत्थर भी डाला, आंखें भी निकाली, तेजाब भी डाला और उसका पैर तोड़ दिया। एक स्त्री मां होती है। एक मां के साथ ऐसा क्यों किया। हमारे यहां मोदी जी आए थे। कहा था, हत्यारे को कड़ी से कड़ी सजा देंगे। तो अब वहीं हम देखेंगे।’

शव से 200 मीटर दूर मिले कपड़े और चूड़िया

सोन नदी के पास जहां महिला का शव मिला है, उससे करीब 200 मीटर की दूरी पर महिला के कपड़े और चूड़िया मिली हैं। फटे हुए कपड़े और टूटी हुई चूड़ियों से ही यह बात साफ हो जाती है कि यहीं महिला के साथ बलात्कार किया गया था और उसके बाद उसे नदी में फेंक दिया गया।

पुलिस की भूमिका शर्मनाक

इस मामले में पुलिस की भूमिका काफी शर्मनाक है। परिजनों द्वारा गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराने के बाद भी पुलिस की ओर से किसी भी तरह की कोई कार्यवाही नहीं हुई। पीड़िता का शव भी परिजनों ने ढूंढा, उसके बाद जब परिजनों ने पुलिस को शव मिलने की सूचना दी, तो भी पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए। आज दो हफ्ते बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। आपको बता दें कि 16 जुलाई को महिला का शव सोन नदी के किनारे पाया गया था। उसके दो दिन पहले से महिला घर से लापता थी।

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