सोचिए आप फ्लाइट से कहीं जा रहे हो और आपकी फ्लाइट आसमान में उड़ रही है, तभी आपको फ्लाइट के पायलट कैबिन में शौर सुने और आपको पता चले है कि पायलट और को-पायलट की आपस में लड़ाई हो गई है. तो होश उड़ जाएंगे ना?
जी हाँ ठीक ऐसा ही वाकिया हुआ है जेट एयरवेज की फ्लाइट 9W119 में. पहली जनवरी को 324 यात्री को लेकर ये फ्लाइट लंदन से मुंबई आ रही थी. नये साल पर जेट एयरवेज के विमान के कॉकपिट में उड़ान के दौरान पायलट पति-पत्नी के आपस में झगड़ा करने का मामला सामने आया है. लंदन से मुंबई आ रहे विमान के कॉकपिट में पायलट दंपति आपस में बहस करते और झगड़ते पाये गये.
जानकारी के मुताबिक पायलट ने लेडी को पायलट को तमाचा जड़ दिया था, जिसके बाद वह केबिन से बाहर आई और रोने लगी.
जिसके बाद केबिन के वरिष्ठ सदस्यों ने उसे फिर से केबिन के भीतर जाने के लिए कहा, लेकिन एक बार फिर से वह केबिन से बाहर आ गईं, किसके चलते एक बार फिर से केबिन के सदस्यों को उन्हे केबिन के भीतर जाने के लिए मनाना पड़ा, तब जाकर विमान ने अपनी यात्रा पूरी की.
वहीं इस घटना के सामने आने के बाद डीजीसीए ने को-पायलट के लाइसेंस को सस्पेंड कर दिया है और मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं.
क्या है पुरा मामला
लंदन से मुंबई की फ्लाइट जब नौ घंटे की यात्रा के लिए उड़ान भरी, उड़ान भरने के बाद कॉकपिट से जोर-जोर से बहस करने की आवाज आने लगती है. बात इतनी बढ़ गई कि हाथपाई की नौबत आ गई. जिसके बाद महिला कैप्टन दीपामूर्ति रोते हुए कॉकपिट से बाहर आईं.
थोड़ी देर बाद कैप्टन बलराम दीपामूर्ति से कॉकपिट में वापस आने को कहते हैं लेकिन दीपा नहीं गई. जिसके बाद कैप्टन बलराम उन्हें जबरदस्ती अंदर ले जाते हैं.
इन दोनों ही पायलटों की लापरवाही से बड़ा हादसा हो सकता था लेकिन लोग बाल-बाल बचे गए. पायलट बलराम और को-पायलट दीपामूर्ति पति-पत्नी हैं.
जेट एयरवेज के प्रवक्ता ने बताया कि 9 घंटे की इस यात्रा के दौरान विमान में दो बच्चे सहित 324 यात्री और 14 क्रू मेंबर्स मौजूद थे. हालांकि, मुंबई में ये फ्लाइट सुरक्षित रूप से पहुंच गया. उन्होंने आगे कहा कि जेट एयरवेज के लिए यात्रियों, चालक दल और विमान की सुरक्षा सबसे अहम है. एयरलाइन सुरक्षा से समझौता करने वाले अपने कर्मचारियों के खिलाफ जीरो टोलरेंस की नीति अपनाएगा.