अन्वय नायक आत्महत्या केस में अर्नब गोस्वामी सहित 3 लोग गिरफ़्तार ?

Share

कुछ समय पहले तक सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या केस में रिया चक्रवर्ती को आत्महत्या के उकसाने के आरोप में गिरफ़्तारी के लिए अपने चैनल से अभियान चलाने वाले अर्नब गोस्वामी आज मुंबई पुलिस द्वारा इंटीरियर डिज़ाईनर अन्वय  नायक को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ़्तार कर लिए गए हैं। अक्षत नायक का परिवार बार बार न्याय की मांग कर रहा था, जिसे तात्कालीन भाजपा सरकार द्वारा अवॉइड किया जा रहा था। मई 2020 में मुंबई पुलिस ने फिरसे इस केस को शुरू किया है, और परिवार की  मांग पर जनच शुरू की है। उसी सिलसिले में अर्नग गोस्वामी को उनके घर से गिरफ़्तार किया गया है।

अर्णब की गिरफ्तारी के बाद आज नायक की आत्मा को शांति मिली होगी। इस तस्वीर को गौर से देखिए। अर्नब गोस्वामी के पाप की सजा यह स्त्री बरसों से भुगत रही हैं, अब सम्भवतः उसे न्याय मिल सके। यह महाराष्ट्र की रहने वाली श्रीमती अक्षत अन्वय नॉयक है। दो साल पहले इनके पति ने आत्महत्या कर ली थी। घर में उनकी 73 वर्षीय सास कुमुद का भी शव मिला था। इनके मुताबिक मरने से पहले उसके पति ने सुसाइड नोट में आत्महत्या के लिए अर्णब गोस्वामी समेत तीन लोगों को जिम्मेदार ठहराया था। जिन्होंने काम के बाद बकाए पैसे नहीं दिए थे, जोकि कुछ करोड़ रुपये थी । गौरतलाब है कि आत्महत्या से पहले उसके पति ने रिपब्लिक टीवी के स्टूडियो का काम किया था।

दरअसल जब रिपब्लिक स्टूडियो बन रहा था मिस्टर नायक ने काम मे 500 मजदूर लगाए गए थे लेकिन बार बार मांगने पर भी अर्णब ने भुगतान नहीं किया। जिससे वो आर्थिक परेशानी में फंस गए और काफी कोशिश के बाद पैसे नहीं मिले तो उन्होंने अपनी बुजुर्ग मां के साथ आत्महत्या कर ली। महिला का दावा है कि मामले में काफी कोशिश के बाद अलीबाग पुलिस स्टेशन में अर्णब समेत तीनों आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 306 के तहत एफआईआर तो दर्ज हुई लेकिन आगे क्या हुआ उसे नहीं पता।

महिला ने यह भी कहा कि अगर उसे कुछ होता है, तो इसके लिए रायगढ़ जिले के पुलिस अधीक्षक अनिल पारसकर और अर्णब गोस्वामी जिम्मेदार होंगे। वहीं कांग्रेस के कुछ नेताओं का आरोप है कि तत्कालीन भाजपा सरकार ने अर्णब को बचाया।

Exit mobile version