मेघालय में समर्पण करने वाले एक उग्रवादी की पुलिस मुठभेड़ में मौत होने के बाद से आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाओं के बीच रविवार को शिलांग में कर्फ्यू लगा दिया गया गया। साथ ही कुल 4 जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी। जानकारी के मुताबिक शिलांग में रविवार रात 8:00 बजे से मंगलवार सुबह 5:00 बजे तक कर्फ्यू का ऐलान किया गया था। उन्होंने बताया कि ईस्ट खासी हिल्स, वेस्ट खासी हिल्स, साउथ खासी हिल्स और रि-भोई जिले में शाम 6:00 बजे से 48 घंटे के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी।
मेघालय के गृहमंत्री लहकमन रिम्बुई ने पूर्व उग्रवादी के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने को लेकर शिलांग में हुई हिंसा के बीच रविवार को इस्तीफा दे दिया था। रिम्बुई ने मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा से चेस्टरफील्ड थांगखियु नामक उग्रवादी के समर्पण करने के बाद पुलिस मुठभेड़ में हुई मौत के मामले की न्यायिक जांच गठित करने का भी अनुरोध किया था।
हिंसा के बाद मेघालय के गृह मंत्री ने दिया इस्तीफा
मुख्यमंत्री को संबोधित त्याग पत्र में उन्होंने कहा, इस घटना को लेकर आश्चर्य व्यक्त करता हूं, जहां कानून के सिद्धांतों को लांघते हुए चेस्टरफील्ड थांगखियु के आवास पर पुलिस की छापेमारी के बाद उसे मार गिराया। रिम्बुई ने कहा ,”मैं आपसे खुद को गृह (पुलिस) विभाग की जिम्मेदारी से तत्काल मुक्त किए जाने का आग्रह करता हूं। ऐसी सरकार द्वारा घटना के पीछे का सच सामने लाने के लिए गठित जांच निष्पक्ष एवं स्वतंत्र तरह से हो सकेगी। हमें इस मामले की न्यायिक जांच का प्रस्ताव करता हूं।
रिम्बुई ने कहा कि उनकी यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी ने भी उनके पद छोड़ने के निर्णय का समर्थन किया है। उन्होंने कहा, मैंने अपने दल के नेतृत्व से विचार विमर्श करने के बाद ही इस्तीफा दिया है ताकि थांगखियू की मौत के मामले की स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जांच सुनिश्चित हो सके। वहीं मुख्यमंत्री के करीबी सूत्र ने बताया कि सरकार ने इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। क्योंकि गृहमंत्री रिंबुई घटना से अवगत थे।
आपको बता दें कि मेघालय में सरकार ने समर्पण करने वाले उग्रवादी की पुलिस मुठभेड़ में मौत होने के बाद आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाओं के बीच रविवार को सिल्वर में कर्फ्यू लगा दिया गया था। चेस्टरफील्ड थांगखियू नमक उग्रवादी के समर्पण करने के बाद पुलिस ने एक मुठभेड़ में 13 अगस्त को उसे मार गिराया था। थांगखियू के शव को रविवार को दफनाया गया, जिसके बाद इन क्षेत्रों से हिंसा की घटनाएं सामने आई थी। पुलिस ने बताया कि 2018 में समर्पण करने के बाद थांगखियू ने आईईडी विस्फोटकों से कई हमलों की साजिश रची थी।
10 अगस्त को हुए हमले में
शिलांग में 10 अगस्त मेघालय की राजधानी में यहां भीड़-भाड़ वाले एक बाजार के पीछे उग्रवादियों ने मंगलवार को एक आईईडी विस्फोट किया, जिसमें एक महिला सहित कम से कम 2 व्यक्ति घायल हो गए। ये हमला दोपहर को करीब 1:30 बजे लैतुमखरा में एक व्यस्त बाजार क्षेत्र में हुए विस्फोट में एक दुकानदार और एक राहगीर घायल हो गए । जिन्हें पास के अस्पताल में ले जाया गया। बताया गया कि विस्फोट काफी भयानक था । राज्य के मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि हमले में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस ने बताया कि मीडिया संस्थानों को भेजे एक ईमेल में प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन हन्नीवट्रैप नेशनल लिबरेशन काउंसिल (एचएनएलसी) यह स्वतंत्रता दिवस समारोह से पहले किए गए इस विस्फोट की जिम्मेदारी ली थी।
गौरतलब है कि मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा के आवास पर रविवार को पेट्रोल बम से हमला किया गया। हालांकि घर पूरी तरह से खाली होने के कारण जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है। पूर्व विद्रोही नेता की मौत के बाद से लोगों में शांति और विरोध प्रदर्शन के चलते एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने राज्य के लोगों से कर्फ्यू लागू रहने तक शिलांग नहीं जाने की अपील की है। असम के विशेष डीजी जेपी सिंह ने कहा है कि शिलांग में कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए कर्फ्यू लागू किया गया है। असम के लोगों कर्फ्यू लागू रहने तक शिलांग नहीं जाने की सलाह दी जाती है।