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ग़ज़ल – जाउंगा कहाँ ऐ दिल तुझको छोड़ कर तन्हा
जाउंगा कहाँ ऐ दिल तुझको छोड़ कर तन्हा कैसे मैं करूं बढ़ती उम्र में सफर तन्हा भीड़ में या मेले में मैं रहा जहाँ भी...