Poetry

Sushma Tomar
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वो भारतीय नेता , जो पाकिस्तान की संविधान सभा में सदस्य रहा ।

  • September 27, 2021

आज के दिन भारत या विश्व मे कहीं न कहीं कोई ऐतिहासिक घटना ज़रूर घटी होगी। चाहे फिर वो इतिहास में लड़ी गयी लड़ाई हो या...

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जब प्रोटोकाल तोड़कर फ़ैज़ से मिले थे अटल बिहारी वाजपेयी

  • January 3, 2020

बतौर विदेश मंत्री अटल बिहारी बाजपेई पाकिस्तान के आधिकारिक दौरे पर थे।प्रोटोकॉल तोड़ कर फ़ैज़ से मिलने उनके घर गए।सब चकित। दोनों दो तरह से सोचने...

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किसान पर कविता- दिल्ली का सिंहासन डोल उठेगा

  • January 5, 2018

किसान बेटा जब बोल उठेगा जिस दिन किसान का बेटा बोल उठेगा…. दिल्ली का सिंहासन डोल उठेगा…. मिट्टी में मिल जायेंगे तख्तो ताज तुम्हारे… जिस दिन...

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Asad Shaikh
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मुस्लिम समाज, मुशायरे की भीड़ और विकास

  • November 17, 2017

इस कौम को “मुशायरों” ने क्या दिया? क्या दिया इन राजनीतिक मुशायरों ने,जिसकी तैयारीयों में लाखों रुपये खर्च कर ‘माहौल’ बनाया जाता है,और जिस पार्टी का...

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ग़ज़ल- मुसव्विर हूं सभी तस्वीर में मैं रंग भरता हूं

  • October 12, 2017

हमेशा ज़िन्दगानी में मेरी ऐसा क्यूं नहीं होता जमाने की निगाहों में मैं अच्छा क्यूं नहीं होता उसूलों से मैं सौदा कर के खुद से पूछ...

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गज़ल – गुज़र गई है मेरी उम्र खुद से लड़ते हुए – "ख़ान"अशफाक़ ख़ान

  • March 3, 2017

गुज़र गई है मिरी उम्र खुद से लड़ते हुए मुहब्बतों से भरे वो खतों को पढ़ते हुए धुएं की तरह बिखरता रहा फज़ाओं में के उम्र...

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कविता: नील में रंगे सियार, तुम मुझे क्या दोगे ? – सतीश सक्सेना

  • October 10, 2016

अगर तुम रहे कुछ दिन भी सरदारी में , बहुत शीघ्र गांधी, सुभाष के गौरव को गौतम बुद्ध की गरिमा कबिरा के दोहे , सर्वधर्म समभाव...