टैगोर और अल्लामा इक़बाल को अपना प्रेरणा स्रोत मानते थे "दिनकर"
राष्ट्रकवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’ जिन्होंने ने हिंदी साहित्य में न सिर्फ वीर रस के काव्य को एक नयी ऊंचाई दी, बल्कि अपनी रचनाओं के माध्यम से...
राष्ट्रकवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’ जिन्होंने ने हिंदी साहित्य में न सिर्फ वीर रस के काव्य को एक नयी ऊंचाई दी, बल्कि अपनी रचनाओं के माध्यम से...
गोविन्द शंकर कुरुप या जी शंकर कुरुप मलयालम भाषा के प्रसिद्ध कवि थे.उनकी प्रसिद्ध रचना ‘ओटक्कुष़ल’ अर्थात ‘बाँसुरी’ भारत सरकार द्वारा दिए जाने वाले साहित्य के...