मौत के वक्त लिटरेचर के नोबल के लिए नामित हो चुके थे “फ़ैज़”
“वो लोग बहुत खुशकिस्मत थे, जो इश्क को काम समझते थे या काम से आशिकी करते थे, हम जीते जी मसरूफ रहे” एक फौजी अफसर, एक...
“वो लोग बहुत खुशकिस्मत थे, जो इश्क को काम समझते थे या काम से आशिकी करते थे, हम जीते जी मसरूफ रहे” एक फौजी अफसर, एक...
बतौर विदेश मंत्री अटल बिहारी बाजपेई पाकिस्तान के आधिकारिक दौरे पर थे।प्रोटोकॉल तोड़ कर फ़ैज़ से मिलने उनके घर गए।सब चकित। दोनों दो तरह से सोचने...
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ की अमर नज़्म ‘ हम देखेंगे ‘, उनके द्वारा जेल में लिखी गयी थी। पाकिस्तान में ज़ियाउलहक़ की तानाशाही के खिलाफ यह फ़ैज़...