शोषितों दलितों और पिछड़ों के मसीहा थे "डॉ भीमराव अम्बेडकर
जिस वक्त देश में छुआछुत, भेदभाव, ऊँच-नीच जैसी अनेक सामाजिक कुरीतियाँ अपने चरम अवस्था पर थी ऐसे वक्त में बाबासाहेब ने अपने दम पर इन बुराईयों...
जिस वक्त देश में छुआछुत, भेदभाव, ऊँच-नीच जैसी अनेक सामाजिक कुरीतियाँ अपने चरम अवस्था पर थी ऐसे वक्त में बाबासाहेब ने अपने दम पर इन बुराईयों...
देश में जब कभी पिछड़ी जाति और दलित वर्ग के अधिकारों की बात की जाती है, तो सबसे पहले जुबान पर डॉ. भीमराव अंबेडकर, कांशीराम का...
जिग्नेश मेवानी पिछले महीने एक स्वतंत्र उम्मीदवार के तौर पर गुजरात विधानसभा के लिए चुने गए थे,लेकिन उन्हें मुख्य रूप से दलित नेता और दलित अधिकारों...