सोशल मीडिया पर कई वेब पोर्टल और वेब साइट्स दिन रात झूठ गढ़ कर तथ्यों को मरोड़ कर दुष्प्रचार कर धार्मिक उन्माद भड़का कर देश का माहौल खराब करने का काम लगातार कर रहे हैं, इनमें Dainikbharat जैसे कई वेब पोर्टल्स हैं!
मगर झूठ, दुराग्रह, मुसलमानो के प्रति झूठे मामले गढ़ कर दुष्प्रचार कर सौहार्द को पलीता लगाने में इन सब में आगे है सुदर्शन चैनल और उसके मालिक सुरेश चव्हाणके !
आज ही इन्होने अपने ट्वीटर हैंडल पर दो दिन पहले जयपुर (राजस्थान) में जनता और पुलिस के बीच ट्रैफिक को लेकर कहा सुनी के बाद हुए बवाल को रोहिंग्या मुसलमानो से जोड़ कर अफवाह फैलाई है कि ” जयपुर में #रोहिंग्या_मुस्लिम कि जाँच शुरू कि तो 25000 हज़ार कि भीड़ ने पुलिस थाने को घेर लिया।आगज़नी कि,इशारा है #DeportRohinga पर आग लगाएँगे !”
जयपुर में #रोहिंग्या_मुस्लिम कि जाँच शुरू कि तो 25000 हज़ार कि भीड़ ने पुलिस थाने को घेर लिया।आगज़नी कि,इशारा है… https://t.co/YAHQeK6vNH
— Suresh Chavhanke “Sudarshan News” (@SureshChavhanke) September 10, 2017
बाद में चव्हाणके ने इस ट्विट को डिलीट कर दिया. पर तब तक उस ट्विट का स्क्रीनशोट वायरल हो चुका था.
यही झूठी खबर चव्हाणके ने अपने फेसबुक वाल पर भी शेयर की है :
जबकि सारे देश को पता है कि ये एक दंपत्ति और पुलिसकर्मी के बीच ट्रैफिक को लेकर कहा सुनी का मामला है, इसका रोहिंग्या मुद्दे से को लेना देना बिलकुल नहीं है !
उस पर बड़ा झूठ ये कि जो फोटो पोस्ट किये हैं वो जयपुर के न होकर ब्रिटैन आउट गुजरात के हैं !
अब सवाल ये उठता है कि देश के सौहार्द और शांति के माहौल को तीली लगाने के लिए तत्पर ऐसे सांप्रदायिक बवालियों को पुलिस, ख़ुफ़िया एजेंसियों और सरकार ने ओपन हैंड क्यों दे रखा है ? क्यों इस पर झूठ और दुष्प्रचार कर देश का माहौल करने और सुदर्शन चैनल के माध्यम से मीडिया तथा सोशल मीडिया में ज़हर खुरानी करने के आरोप में कार्रवाही नहीं की जा रही ?