एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक लड़का, लड़की को बुरी तरह पीट रहा है.. लड़की को दरिंदो की तरह पीटता हुआ लड़का उसका पूर्व प्रेमी है।
लड़की बिना किसी विरोध के अपना पर्स और मोबाइल संभालते हुए आराम से, थप्पड़, घूँसे, लात कोहनी से मार खा रही है.. बीच बीच में लड़की मुझसे गलती हो गयी.. अब नहीं बोलूंगी.. I am sorry बोल रही है और लड़का फुल तैश में गालियां देते हुए उसे धमकी भरे लहजे में’और बोलेगी, और उसका नाम लेगी’ कॉलर पकड़ेगी मेरा, पकड़.. बोलते हुए मारने में लगा है.. वीडियो बनाने वाला लड़का बीच बीच में चिल्लाता है..अब बस कर रोहित, बस कर बहुत हो गया है..!
इस पूरी वीडियो को देखते हुए उस लड़के पर भयंकर गुस्सा आ रहा था, और वीडियो बनाने वाले पर भी, लेकिन उससे भी ज्यादा गुस्सा उस लड़की पर आया, क्यों बिना विरोध किये चुपचाप पिट रही है, पलटकर मारना तो बहुत दूर अपने बचाव की कोशिश तक नहीं कि। खुद को इतना भी निरीह क्यों बना देना किसी के आगे। क्या खुद के आत्मसम्मान पर ठेस नहीं पहुंचती। कितनी बुरी याद के तौर पर ताउम्र ये घटना हैवानियत भरे प्रेम की छाप बनकर उसके दिल में जिंदा रहेगा।
भले उस लड़के पर अब fir दर्ज हो चुकी है, राजनाथ सिंह ने पुलिस पर दवाब बनाया, उस लड़के की मंगेतर ने आगे बढ़कर इसमें सहयोग किया ।
लेकिन अगर ये वीडियो बनता ही नहीं तो वायरल ही न होता तो इस घटना का किसी को पता भी नहीं चलता, न वो लड़की कभी किसी को कुछ बताती, न उस दरिंदे को कोई सजा होती, सबकुछ उस लड़की के अंदर ही दफ़्न हो जाता, क्योंकि ऐसा इस देश में पहली बार नहीं हो रहा है, इस तरह की मार पीट कई घरों में अड़ोस पड़ोस में आम बात है, और ऐसी घटनाओं पर आँख मूंद लेना तो बचपन से सिखाया जाता है।
लड़कियों जब तक तुम पलटकर मारना नहीं शुरू करोगी तब तक ऐसी घटनाएं होती रहेंगी। प्रेमी, पति, पिता, भाई कोई भी हो, यदि वो आपके प्रति हिंसक रवैया अपना रहे हैं, तो उसके विरोध में लड़िये, आपके पास भी हाथ पैर दांत सब कुछ है, उनका उपयोग कीजिये। सामने वाले के 10 थप्पड़ के बदले आप 2 भी मार पाएं तो मारिये।
हिंसा के प्रति आपका विरोध आपकी आत्मा के, आपके आत्मसम्मान के ज़िंदा होने का सबूत है। कोई भी प्रेम कोई भी रिश्ता आपके आत्मसम्मान से बड़ा नहीं हो सकता।