70 सालों के इतिहास में कांग्रेस ने पहली बार ‘भारत बंद’ बुलाया था. कांग्रेस की अगुवाई में आज 20 विपक्षी दल भी उसके साथ थे. पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों के खिलाफ इस बंद समर्थन में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में एकजुट विपक्ष ने पेट्रोल, डीजल की बढ़ी कीमतों के विरोध में पैदल मार्च किया. राजघाट और जाकिर हुसैन कॉलेज के बीच 1.8 किलोमीटर लंबा मार्च निकाला गया.
जनता दल सेकुलर (जेडी-एस), तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, (एनसीपी), लोकतांत्रिक जनता दल (एलजेडी), राष्ट्रीय लोक दल, ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी और आम आदमी पार्टी (आप) उन विपक्षी पाटिर्यों में शामिल रहे, जिन्होंने मार्च में हिस्सा लिया.
बिहार में तोड़फोड़ की घटनाएं भी सामने आई हैं. वहीं जहानाबाद जिले में एक एक एबुंलेंस के फंस जाने से बच्ची की भी मौत की खबर है. इस घटना का जिक्र केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में की है. हालांकि एसडीओ का कहना है कि बंद की वजह से लगे जाम में बच्ची की मौत नहीं हुई है परिजन उसको देर से ही लाये थे.
#Bihar: The death of the child is not related to bandh or traffic jam, the relatives had left late from their home: SDO Jehanabad Paritosh Kumar on reports that a 2-year-old patient died after the vehicle was stuck in #BharathBandh protests pic.twitter.com/mE8yQRuj2H
— ANI (@ANI) September 10, 2018
वहीं मृतक के परिजन साफ तौर कहना है कि समय से रहते अगर वाहन मिल जाता तो बच्ची की जान बच जाती. परिजनों ने बताया की दो दिन पूर्व गौरी की तबियत ख़राब हुयी थी आज अचानक ज्यादा तबियत ख़राब हुआ तो हम लोग किसी तरह वाहन बंद रहने के बावजूद नदी के पानी पार कर ऑटो से लेकर जहानाबाद अस्पताल लेकर आ रहे थे कि रास्ते में ही बच्ची ने दम तोड़ दिया.
किसने क्या कहा
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा, ” इतनी बड़ी संख्या में विपक्षी दलों के नेताओं का शामिल होना बहुत महत्वपूर्ण कदम है. मोदी सरकार ऐसा बहुत कुछ कर चुकी है जो हद को पर कर चुका है. इस सरकार को बदलने का समय आने वाला है.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि 2019 में विपक्षी दल मिलकर भाजपा को हराएंगे. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने पिछले साढ़े चार वर्षों में भारत के लोगों को आपस में लड़ाने का काम किया है.’भारत बंद’ के तहत रामलीला मैदान के निकट आयोजित विरोध प्रदर्शन में गांधी ने कहा, ”2014 में नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनने से पहले महिलाओं की सुरक्षा, किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था. जनता ने भरोसा कर उनकी सरकार बनवायी. अब लोगों को साफ़ एहसास हो गया उन्होंने साढ़े चार साल में क्या किया.
कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने कहा – ‘आज का भारत बंद पूरे देश में सफल रहा. कांग्रेस पार्टी ने कभी भी भारत बंद का आह्वान नहीं किया और न ही हमारा इसमें यकीन है, लेकिन जब से मोदी सरकार आई है, परिस्थियां ऐसी बनीं जिसकी वजह से यह हुआ. उन्होंने कहा कि लोगों ने स्वेच्छा से सरकार के खिलाफ भारत बंद में हिस्सा लिया और उसे सबक सिखाया. कम से कम अब सरकार को कीमतें कम करनी चाहिए. लेकिन वो बिल्कुल भी चिंतित नहीं हैं. इसलिए हम सब को लोकतंत्र की रक्षा करने की जरूरत है, यह खतरे में है.
विपक्ष पर निशाना साधते हुए भाजपा ने कहा कि लोकतंत्र में सभी को विरोध करने का अधिकार है लेकिन विरोध के नाम पर हिंसा अस्वीकार्य है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने संवाददाताओं से बातचीत में सवाल किया, ‘‘क्या लोकतंत्र में राजनीति हिंसा के माध्यम से होगी’’
केन्द्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने विपक्ष के ‘भारत बंद’ को अफवाह और भ्रम फैलाने का प्रयास करार देते हुए भाजपा ने आज कहा कि कांग्रेस के भारत बंद के आह्वान को जिस तरह से जनता ने नकार दिया है उससे यह स्पष्ट हो गया है कि इनके महागठबंधन नामक गुब्बारे की हवा भी जल्द ही निकलने वाली है.
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा – ‘श्री रविशंकर प्रसाद जी, बिहार में आपकी सरकार है, तनी डीएम-एसडीओ से बतिया लीजिये. वो कह रहे है उस बच्ची की मौत भारत बंद से नहीं दूसरे कारणों से हुई है. स्वास्थ्य मंत्री आपके हैं उनसे कारण पूछिए? श्री राहुल गांधी जी से सवाल पूछने से पहले अपने जीवन का कोई पहला चुनाव जीतकर आइये’. वहीं नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुये कहा, ‘बिहार के मुख्यमंत्री मुंह में दही जमाए क्यों बैठे हैं. पेट्रोल-डीज़ल की क़ीमतों पर क्यों नहीं बोल रहे? क्या तब बोलेंगे जब सीटें कम मिलेंगी? जैसे नोटबंदी का डेढ़ साल बाद विरोध किया था. चाचा, समाजवादी हैं तो बोलिए अगर पूंजीवादी बन गए तो फिर दही क्या आइसक्रीम जमाइये. जनता सब देख लेगी’.
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ”जब हम सरकार में थे तो डीजल 55.59 रुपये प्रति लीटर और पेट्रोल की कीमत 63 रुपये प्रति लीटर थी और आज डीजल 73 रुपये प्रति लीटर और पेट्रोल करीब 80 रुपये प्रति लीटर है.’