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विशेष – फेक न्यूज़ फ़ैलाने वाली वेबसाईट और सांसद सुब्रमण्यम स्वामी के बीच क्या है सम्बन्ध

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राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा आम है कि अपनी राजनीतिक पार्टी भाजपा में भी इन दिनों सुब्रह्मण्यम स्वामी को कोई भाव नहीं मिल रहा। कोर्ट में पहले कई बार फटकार सुन चुके स्वामी आजकल फ़र्ज़ी वेबसाइट के माध्यम से अपने चहेते भ्रष्ट अधिकारी को बचाने में जुटे हैं। आपको आज बताते हैं की भाजपा नेता सुब्रह्मण्यम् स्वामी कैसे कैसे खेल खेल रहे हैं ताकि उनका चहेता ED अधिकारी बच जाये।
आपको बता दें की कुछ दिन पहले वरिष्ठ पत्रकार एवं पूर्वी उत्तर प्रदेश  की जानी मानी शख्सियत  उपेंद्र राय ने 28 मार्च 2018 को बिलकुल न्यायिक तरीके से ED के जांच अधिकारी श्री राजेश्वर सिंह के खिलाफ एक याचिका दायर की थी।  याचिका में जाँच कर रहे अधिकारी की अवैध संपत्तियों का पूरा ब्यौरा दिया गया था एवं माननीय उच्चतम न्यायालय से अनुरोध किया गया था कि इस जानकारी को संज्ञान में ले।  माननीय न्यायालय ने जानकारी को संज्ञान में लेते हुए उचित कार्रवाई हेतु उक्त याचिका को स्वीकार किया और सुनवाई करने का फैसला किया।
यहीं से भाजपा नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी की छटपटाहट शुरू हो गई। चूँकि उनको पता था कि उनके चहेते की काली कमाई पर शिंकजा कसा जा सकता है तो फटाफट उन्होंने  पीएमओ में पत्र लिखकर ED संयुक्त निदेशक श्री राजेश्वर सिंह को बचाने की चालबाज़ी शुरू कर दी। लेकिन पीएमओ ने  सुब्रह्मण्यम स्वामी के पत्र को रद्दी मात्र समझकर कोई भी एक्शन नहीं लिया।  इससे सुब्रह्मण्यम स्वामी की बौखलाहट और बढ़ गयी और उन्होंने वही किया जिस काम में वो माहिर हैं। यानी कि अपने साथियों की फ़र्ज़ी वेबसाइट के माध्यम से समाज के इज़्ज़तदार लोगों पर कीचड़ उछालना।

फोटो – श्री अय्यर


सबसे पहले सुब्रह्मण्यम स्वामी ने अपने दोस्त श्री अय्यर जो कि खुद अमेरिका में रहने का दावा करते हैं, से संपर्क किया और उपेंद्र राय के खिलाफ फ़र्ज़ी खबरें छपवाने का कॉन्ट्रैक्ट दिया। आपको बता दें कि श्री अय्यर स्वामी के पुराने मित्र रहे हैं और अक्सर स्वामी अपने इस फ़र्ज़ी वेबसाइट के माध्यम से लोगों को तंग करके उन्हें मानसिक रूप से परेशान करने की कोशिश करते हैं।  और तो और स्वामी इस वेबसाइट के माध्यम से अपने पार्टी के उन लोगो के खिलाफ भी खबरे छपवाते हैं जिनसे इनकी नहीं बनती। तस्वीरों में आप देख सकते हैं सुब्रह्मण्यम स्वामी और श्री अय्यर की नजदीकियाँ। यानी कि मीडिया और राजनीतिज्ञ का काला गठजोड़।

फोटो – स्वामी और श्री अय्यर


जहाँ तक श्री अय्यर की विश्वसनीयता का सवाल है तो वो सुब्रह्मण्यम स्वामी के इशारों पर नाचने वाले एक सुपारी पत्रकार हैं जो भारतीय IT एक्ट से बचने के लिए अपने वेबसाइट को अमेरिका से संचालित बताते हैं। और जो पता इन्होंने वेबसाइट पर लिखा हुआ है उस पर जयेन्द्र कलाकेन्द्र डांस अकादमी चलती है, जिसकी संचालिका श्रीमती सुगंधा श्रीनाथ हैं। खैर श्री अय्यर की तरह हम निजी जानकारियों में नहीं जाके पत्रकारिता की मर्यादा में रह कर अपनी बात रखेंगे।
सुब्रह्मण्यम स्वामी के इशारों पर PGURUS ने उपेन्द्र राय के खिलाफ अपनी वेबसाइट पर निराधार आरोप लिखे, जिनका सच्चाई से दूर दूर तक कोई वास्ता नहीं। सुब्रह्मण्यम स्वामी की बौखलाहट और छटपटाहट इसी बात से समझी जा सकती है इस वेबसाइट ने 4 दिन में श्री राय के खिलाफ 3 तथ्यहीन खबरें छाप दीं। अपने खिलाफ वेबसाइट द्वारा लगाये गये आरोपों से आहत श्री राय ने दिल्ली हाई कोर्ट में 100 करोड़ का मानहानि का मुकदमा दायर कर दिया और साथ ही साथ नोएडा सेक्टर 20 थाने में वेबसाइट के खिलाफ FIR भी दर्ज कराई।
वेबसाइट द्वारा लिखे गए हर झूठ का हम करेंगे पर्दाफाश लेकिन उस से पहले आपको पूरे गठजोड़ की कहानी समझा दें।
कोर्ट में मानहानि के मुक़दमे और नोएडा सेक्टर 20 में किये गये FIR से घबराये श्री अय्यर ने सुब्रह्मण्यम स्वामी के पास अपनी गुहार लगायी। चूँकि स्वामी को पता था की कोर्ट उन्हें कई बार फटकार चुका है तो इन्होंने अपने संसद सदस्य होने की हनक उत्तर प्रदेश पुलिस के SHO पर दिखाया और अपने सूत्रों का इस्तेमाल करते हुए केस को बंद करवाया। स्वामी PGURUS की सच्चाई खुलने से इतने डर गए थे कि इन्होंने सोशल मीडिया माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर के माध्यम से भी उत्तर प्रदेश पुलिस पर दबाब डाल कर केस बंद करवा दिया। उपरोक्त सन्दर्भ में स्वामी द्वारा ट्वीट भी किये गए।
अब स्वामी को समझ आने लगा था कि शायद इस बार उनका षड़यंत्र कामयाब नहीं हो रहे तो लगे हाथों इन्होंने अपने दूसरे संपर्कों के माध्यम से अपनी गिरी हुई हरकतों को जारी रखा। अब स्वामी ने अपनी एक और फ़र्ज़ी वेबसाइट indiaspeaksdaily.com , जो कि इनके मित्र संदीप देव चलाते हैं, के माध्यम से फ़र्ज़ी खबरें चलवाने का काम शुरू किया। संदीप देव भी स्वामी के इशारे पर चलने वाले इनके चेले हैं जिनका सहारा सुब्रह्मण्यम स्वामी अपने हिडेन एजेंडा को चलने के लिए लेते हैं। नीचे तस्वीरों में आप साफ तौर पर सुब्रह्मण्यम स्वामी और संदीप देव की अंतरंगता देख सकते हैं।

खैर इन सियासी मोहरों को ज्यादा तरजीह दिए बिना हम सिर्फ ये बात बताना चाहते हैं कि राजेश्वर सिंह के साथ स्वामी के ऐसे क्या रिश्ते हैं कि जब-जब राजेश्वर सिंह के काले कारनामों के खुलासे का वक़्त आता है, सुब्रह्मण्यम स्वामी अपनी पूरी ताकत के साथ ऐसी हरकतों पर उतर आते हैं कि इस सच का खुलासा न होने पाये।
साथ ही हम आपको ये भी बता देना चाहते हैं कि PGURUS वेबसाइट का संचालन करने वाली कंपनी Pgurus, Inc ने अमेरिका के SBIR में अपने पंजीकरण में जो तथ्य दर्शाएं हैं उन तथ्यों के ठीक उलटा काम ये वेबसाइट सुब्रह्मण्यम स्वामी के इशारे पर कर रही है। ये वेबसाइट भारत के राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक मसलों पर लगातार भ्रामक और गलत रिपोर्टिंग कर रही है जिसको लेकर उपेंद्र राय जल्द ही अमेरिका के SBIR में शिकायत दर्ज करवाने वाले हैं। उधर 2G मामले की जांच कर रहे ED के अधिकारी के कारनामों का कई वरिष्ठ पत्रकारों ने स्टिंग ऑपरेशन कर रखा है जो उपेंद्र राय के संपर्क में हैं। इन स्टिंग ऑपरेशन्स की पूरी डिटेल जल्द ही एक प्रेंस कॉन्फ्रेंस के जरिए उपेंद्र राय द्वारा सामने लाई जा सकती है।
आने वाले लेख में हम आपके सामने PGURUS के झूठ का पुलिंदा बिन्दु दर बिन्दु खोलेंगे और दिखाएंगे कि कैसे सुब्रह्मण्यम स्वामी अपने गंदे राजनीतिक खेल के लिए समाज के प्रतिष्ठित और संभ्रांत लोगो पर खीचड़ उछालने का काम करते हैं।
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