महाराष्ट्र में सोमवार को हुई हिंसा को लेकर विपक्षी पार्टियों के हंगामे के बीच राज्यसभा में कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आज तीन तलाक बिल पेश किया. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि तीन तलाक समाज में अभी भी जारी है. दूसरी ओर गुलाम नबी आजाद ने कहा कि दलितों का महाराष्ट्र में जो हाल हुआ है हम उसका विरोध कर रहे हैं. ये तीन तलाक बिल का विरोध नहीं है. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि लोकसभा में कांग्रेस साथ थी तो यहां विरोध क्यों कर रही है.
विपक्ष ने इस बिल में 2 संशोधन का प्रस्ताव रखा है. सदन में चर्चा के दौरान वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि विपक्ष द्वारा पेश किया गया संशोधन नियम के विरूद्ध है. उन्होंने कहा कि इसके लिए सदन को 24 घंटे पहले बताना होता है जो कि नहीं बताया गया.
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने इस बिल पर चर्चा के दौरान कहा कि जो भी कानून बनाया जाता है वह पहले स्क्रूटनी के लिए कमेटी के पास भेजा जाता है लेकिन इसमें यह भी नहीं किया गया. आनंद शर्मा ने इस बिल को सेलेक्ट कमेटी के पास भेजे जाने की मांग की है.
बता दें कि यह बिल लोकसभा में पहले ही पारित हो चुका है. एक बार में तीन तलाक के अपराध में पति को तीन साल की सजा के प्रावधान वाले इस विधेयक को पिछले सप्ताह लोकसभा में पारित किया गया था.विपक्ष के नेताओं द्वारा लगातार विरोध किए जाने के कारण सदन की कार्रवाई को स्थगित कर दिया गया.