- कांग्रेस ने यूपी चुनावों की तैयारियों के लिए अपनी कमर कस रखी है. प्रियंका गांधी लगातार लखनऊ दौरे कर रही हैं. उन्होंने संगठन से लेकर विधायकों और पूर्व विधायकों को साथ लेकर पार्टी को मजबूती देने के लिए कमान खुद हाथ मे ले रखी है.इसलिए ही वो उम्मीदवारों के चयन में भी कोई देरी नहीं करना चाह रही है.खबर ये है कि जल्द से कांग्रेस अपने प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी करते हुए पार्टी ले मज़बूत नेताओं को प्रत्याशी बना सकती है।
क्या है प्रियंका गांधी की प्लानिंग?
प्रियंका गांधी को ये बात अच्छे से मालूम है कि उत्तर प्रदेश में पार्टी की क्या स्थिति है और वो पिछले 3 दशकों से भी ज़्यादा से सत्ता से बाहर है. लेकिन इसमें भी गौर करने वाली बात ये है कि कई सीटें ऐसी हैं जहां उन्हें जनता लगातार वोट देती आयी है. जिसमें कई सीटों पर कांग्रेस जीत भी हासिल कर चुकी है।
प्रियंका गांधी बस यही पर मज़बूती से काम करना चाहती हैं. वो अपने मज़बूत किलों को और मज़बूत करना चाहती हैं. क्योंकि इस बात की आशंका बहुत हद तक लगाई जा रही है कि कांग्रेस का समाजवादी पार्टी से गठबंधन होगा. उस स्थिति में कांग्रेस कम से कम उन सीटों पर अपना दावा ज़रूर पेश करेगी जहां वो 2017 या 2012 में जीत पाई थी या फिर दूसरे नम्बर रह कर उन्होनें बढिया फाइट दी थी।
कौनसी सीटों पर नज़र है?
फ़िलहाल प्रियंका गांधी की कोशिश है कि वो अपनी सबसे मज़बूत सीटों पर जीत पक्की करें। इन सीटों पर चुनाव लड़ने वाले नेताओं में इमरान मसूद(सहारनपुर देहात) अजय लल्लू (अराधना मिश्रा से लेकर पंकज मलिक जैसे बड़े नाम शामिल हैं. ये वो सीटें हैं जहां कांग्रेस दमदार तरह से चुनाव लड़ती आयी है और कांग्रेस को लोगों ने पसन्द भी किया है।
इस रणनीति के पीछे वजह ये है कि कांग्रेस के पास खोने के लिए बहुत कुछ नही है. लेकिन पा लेने के लिए ज़रूर है। पार्टी फिलहाल भाजपा को सत्ता से हटाना चाहती है और प्रदेश में अपने जैसी विचारधारा वाले दल की सरकार चाहती है जिससे वो कम से कम अपने लिए ज़मीन बनाये रख सके।