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पीएम मोदी ने फिर शुरू किया "नेहरु पटेल राग"

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बेरोज़गारी और पकौड़े के मुद्दे पर सरकार और भाजपा अध्यक्ष के घिर जाने के बाद आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए उस पर देश का विभाजन करने का आरोप लगाया , साथ ही देश में लोकतंत्र स्थापित करने के उसके दावे गलत बताया। बेरोज़गारी में घिर चुके पीएम मोदी ने चर्चा का रुख वही नेहरु-पटेल पर मोड़तने की कोशिश करते हुए कहा कि कांग्रेस ने देशहित नहीं बल्कि राजनीतिक स्वार्थ को ध्यान में रखकर फैसले किए जिसका खामियाजा देश आज तक भुगत रहा है. कांग्रेस और वाम दलों के भारी शोरशराबे और नारेबाजी के बीच  मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर मंगलवार को हुई चर्चा का आज जवाब दिया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस भाषण की चारो तरफ़ आलोचना हो रही है, सोनिया गांधी ने कहा कि देश पीएम से बेरोज़गारी की समस्या पर जवाब सुनना चाहता था. ये वही पुराना घिसा पिटा भाषण रहा. पीएम मोदी की आलोचना का मुख्य कारण यही रहा- कि अब उनकी आदत में आ चुका है, कि हर नाकामी के बाद विपक्ष और कांग्रेस को ज़िम्मेदार ठहरा दिया जाता है.

अभिभाषण की मुख्य बातें

  •  पीएम मोदी ने कहा कि जितना कीचड़ उछालोगे, उतना ही कमल खिलेगा। कीचड़ उछालने की राजनीति चल रही है. देश कांग्रेस को एनपीए के लिए माफ नहीं करेगा। हमने कतर से गैस खरीदने पर 8 हजार करोड़ बचाया। अगर हमारी जगह कांग्रेस होती तो नुकसान हो जाता.
  •  पीएम बोले, ‘कांग्रेस के मित्र कहते हैं कि देश को जवाहर लाल नेहरू और कांग्रेस ने भारत को लोकतंत्र दिया. मुझे इस बात पर आश्चर्य होता है.  उन्होंने कहा कि हमारे देश में जब बुद्ध परंपरा थी तब भी देश में लोकतंत्र था, सिर्फ कांग्रेस और नेहरू जी ने लोकतंत्र नहीं दिया.
  •  प्रधानमंत्री ने कहा, जब 12 कांग्रेस कमेटियों ने सरदार वल्लभ भाई पटेल को पहले प्रधानमंत्री के लिए चुना था और 3 कांग्रेस कमेटियों ने नोटा किया था, तब कैसे जवाहर लाल नेहरू को पहला प्रधानमंत्री बना दिया गया. मैं कहता हूं कि अगर सरदार पटेल प्रधानमंत्री बनते तो पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर का हिस्सा हमारा होता. कांग्रेस हमें लोकतंत्र का पाठ नहीं पढ़ाए, देश को लोकतंत्र नेहरू और कांग्रेस ने नहीं दिया, बल्कि यह सदियों से हमारी रगों और परंपराओं में है.
  •  पीएम ने कहा, पिछले साल दिसंबर में कांग्रेस पार्टी में अध्यक्ष पद का चुनाव हो रहा था. इन्हीं पार्टी के नेता ने कहा कि जहांगीर के बाद शाहजहां और शाहजहां के बाद औरंगजेब को कुर्सी मिलेगी. एक युवा ने अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी पेश की तो उसे भी शांत कर दिया गया. लेकिन मैं कांग्रेस से कहता हूं कि उन्हें सुनने की आदत डालनी होगी. वे शोर-शराबे से मेरी आवाज नहीं दबा सकते हैं.
  •  पीएम ने कहा, आप देश को आगे ले जाने पर ध्यान केंद्रित करने की बजाय, एक ही परिवार के गीत गाते रहे. सिर्फ घोषणाएं करके सुर्खियों में आना हमारी संस्कृति नहीं है, हम जो योजनाएं शुरू करते हैं उन्हें पूरा करते हैं और पहले की अधूरी योजनाओं को भी पूरा करते हैं.
  • पीएम मोदी ने कहा कि कर्नाटक के चुनाव के बाद क्या पता खड़गे जी वहां होंगे या नहीं, ये शायद उनकी फेयरवेल स्पीच भी हो सकती है. जब फेयरवेल स्पीच होती है तो सम्मान से देखी जाती है. खड़गे साहब अपने एक ही परिवार का गुणगान किया है, जिसके चलते चुनाव के बाद आपको विपक्ष नेता की कुर्सी पर बैठने का मौका मिला है.
  • पीएम मोदी ने कहा कि पंचायत से पार्लियामेंट तक आपका (कांग्रेस) का झंडा था, लेकिन आपने पूरा समय एक परिवार के गीत गाने में बिता दिया, आपने जिम्मेदारी के साथ काम किया होता तो इस देश की जनता में सामर्थ था कि ये देश आज जहां है इस से कई गुना आगे होता.
  • प्रधानमंत्री ने कहा कि उस दौरान न्यायपालिका में नियुक्ति भी कांग्रेस पार्टी करती थी, आप जिन विचारों से पले-बढ़े हो उस दौरान वैसा ही माहौल देश में था. पंचायत से पार्लियामेंट तक आपका ही राज था, लेकिन आपने पूरा समय एक परिवार के गीत गाने में खपा दिया. देश के इतिहास को भुलाकर एक ही परिवार को याद किया.
  • मोदी ने कांग्रेस पार्टी पर आरोप लगाया है कि केंद्र में सत्ताधारी पार्टी के तौर पर 90 बार राज्य सरकारों को उखाड़ फेंका गया और लोकतंत्र को पनपने नहीं दिया गया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 90 बार धारा 356 का दुरुपयोग किया है. पंजाब, तमिलनाडु, केरल में राज्यों सरकारों को बर्खास्त कर दिया गया.
  • पीएम बोले- जब मैं चुनाव जीतकर आया तो आपने भ्रम फैलाया कि मोदी आधार को बंद कर देगा. जब हमने आधार को बढ़ावा दिया तो आपने इसका विरोध शुरू कर दिया. उल्टा हमारे राज में आधार को बढ़ावा मिला. आधार आने से लोन देने में बिचौलिए की कमाई खत्म हो गई.  हमने आधार का वैज्ञानिक तरीके से इस्तेमाल किया. अभी तक विधवा, बुजुर्गों और दिव्यांगों की पेंशन सालों तक बिचौलियों की जेब में जा रही थी. लेकिन आधार के सही इस्‍तेमाल से सबको पेंशन मिलने लगी. अब आपको इसे लागू करने के तरीके से परेशानी हो रही है. क्योंकि जो रोजगार गया है वो दलालों और बिचौलियों का गया है.
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