योग गुरु बाबा रामदेव की अगुवाई वाली एफएमसीजी कंपनी पतंजलि आयुर्वेद ने अपने उत्पादों को घर-घर पहुंचाने के लिए मंगलवार को अमेजन व फ्लिपकार्ट सहित आठ बड़ी ऑनलाइन खुदरा कंपनियों से गठजोड़ की घोषणा की है.बाबा रामदेव ने इस भागीदारी की घोषणा की और कहा, इस पहल का उद्देश्य ग्राहकों को पारंपरिक खुदरा व्यवस्था का सुगम व प्रभावी विकल्प उपलब्ध करवाना है. यह एक तरह से पहली व्यवस्था का विस्तार ही है.
इस पहल के तहत पतंजलि ने ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन, ग्रोफर्स, शॉपक्लूज, फ्लिपकार्ट, बिगबास्केट, 1एमजी, पेटीएम मॉल व नेटमेड्स शामिल हैं. पतंजलि के विभिन्न उत्पाद अब इन साइटों पर उपलब्ध होंगे. चिकित्सक की सलाह पर उपलब्ध करवाई जाने वाली पतंजलि की दवाएं केवल नेटमेड्स व 1एमजी के जरिए बेची जाएंगी.
शॉपक्लूज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष परिचालन विशाल शर्मा ने कहा कि कंपनी सीधे ही उत्पाद लेकर उन्हें ग्राहकों को बेचेगी. पतंजलि व ई-कॉमर्स कंपनियां इन उत्पादों की बिक्री पर कोई छूट नहीं देंगी, ताकि खुदरा बिक्री केंद्रों के जरिए उत्पादों की बिक्री से तालमेल रखा जा सके.
बाबा रामदेव ने कहा कि विभिन्न सोशल मीडिया मंचों के जरिए लोग पतंजलि के उत्पादों की ऑनलाइन बिक्री शुरू किए जाने का आग्रह कर रहे थे. इसे ध्यान में रखते हुए ही संस्था ने ‘हरिद्वार से हर द्वार तक ऑनलाइन उत्पाद’ उपलब्ध करवाने का फैसला किया है.
बाबा रामदेव ने इस अवसर पर कहा, पतंजलि 100 प्रतिशत शुद्धता एवं 100 प्रतिशत परमार्थ’ के रास्ते पर चल रही है. पतंजलि अपने मुनाफे को लोगों के स्वास्थ्य, शिक्षा, परमार्थ और गांव गरीब की भलाई पर खर्च करेगी. पतंजलि सीमा पर जान गंवाने वाले सैनिक, अर्धसैनिक बलों के जवानों के बच्चों के लिए स्कूल भी तैयार कर रहा है जहां उनके बच्चों को निशुल्क शिक्षा, रहने और खाने-पीने की सुविधा दी जाएगी. एक सवाल के जवाब में रामदेव ने कहा,पतंजलि किसी विदेशी कंपनी के साथ गठजोड़ नहीं करेगी, लेकिन विदेशों से नवीन प्रौद्योगिकी और विज्ञान को अपनाने में उसे कोई परहेज नहीं है.
ऑनलाइन मार्केट में उतरने के साथ ही पतंजलि अब अपने बिजनेस में कई अहम बदलाव करने जा रही है. कंपनी जहां अपने सेलर की संख्या में 150 फीसदी का इजाफा करेगी, वहीं मल्टीनेशनल कंपनियों को ग्रामीण इलाकों में टक्कर देने के लिए अपने सभी प्रोडक्ट की रेंज में छोटे पैकेट भी अगले 3 महीने में लाएगी. इसके अलावा कंपनी विदेश में भी अपने प्रोडक्ट एक्सपोर्ट करने की तैयारी में है. अकेले ऑनलाइन बिजनेस से कंपनी का 1000 करोड़ रुपए का टर्नओवर का प्लान है. कंपनी अगले दो साल में अपने टर्नओवर को डबल कर 20 हजार करोड़ करना का टारगेट लेकर चल रही है.
1,000 करोड़ का टारगेट है पतंजलि का
पतंजलि आयुर्वेद के सीईओ और एमडी आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि वह ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के जरिए 1,000 करोड़ रुपए के टर्नओवर का टारगेट है. पतंजलि आयुर्वेद ने ई-कॉमर्स कंपनियों के साथ एग्रीमेंट कर ऑनलाइन मार्केट प्लेस में एंट्री कर ली है. अब पतंजलि के सभी प्रोडक्ट्स पेटीएम मॉल, बिग बास्केट, फ्लिपकार्ट, ग्रोफर्स, अमेजन, नेटमेड्ड, 1 एमजी, शॉपक्लूज और दूसरी वेबसाइट्स पर भी मिलेंगे. कंपनी अभी तक अपने पोर्टल patanjaliayurved.net पर अपने प्रोडक्ट्स की ऑनलाइन सेल कर रही थी.
एक्सपोर्ट भी होंगे अब पतंजलि प्रोडक्ट्स
पतंजलि आयुर्वेद स्वदेश के बाद विदेश में भी अपनी पैठ बनाने की तैयारी में है. वह जल्द ही चीन, म्यंमार, बांग्लादेश जैसे देशों में पतंजलि के प्रोडक्ट एक्सपोर्ट करेंगे. पतंजलि का टारगेट पहले एशियाई देशों को टारगेट करना है. इसके लिए पतंजलि झारखंड के साहिबगंज में प्रोडक्शन यूनिट शुरू करेगा. केंद्र सरकार का प्लान साहिबगंज को ईस्ट एशियाई देशों के साथ रोड़, वाटरवेज और हवाई रास्ते से जोड़ने का प्लान है.
छोटे पैकेज लाएगा पतंजलि
मार्च तक पतंजलि सभी प्रोडक्ट केटेगरी में छोटे पैकेट लेकर आएगा. पतंजलि के शैंपू, क्रीम के छोटे पाउच मार्केट में आ जाएंगे. उसके अभी तक पाउच जैसे छोटे पैकेज नहीं थे लेकिन अब वह जल्द इन्हें भी मार्केट में लेकर आएगा. पतंजलि के 350 से अधिक प्रोडक्ट रेन्ज है.
पतंजलि जोड़ेगा ऑनलाइन सेलर
पतंजलि आयुर्वेद के अभी 2 लाख के करीब सेलर और डिस्ट्रीब्यूटर हैं. पतंजलि का इन सेलर और डिस्ट्रीब्यूटर की संख्या बढ़ाकर 5 लाख करने की है. अभी 5 से 20 लाख स्टोर है वह अगले एक साल में इसकी संख्या बढ़ाकर 50 लाख सेलर करने का प्लान है. अपनी मार्केटिंग को बेहतर करने के लिए 20 हजार कर्मचारियों की हायरिंग कर रहा है. हालाँकि पतंजलि के ऑनलाइन सेलर बनने के लिए पतंजलि का ऑथराइजेशन लेटर होना जरूरी है. पतंजलि के सेलर बनने के लिए आपको पतंजलि आयुर्वेद की मार्केटिंग टीम को संपर्क करना होगा.