मेरी माँ को विधवा महिला होने की वजह से आरती से रोका गया, पन्ना महारानी के बेटे छत्रसाल का दावा

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पन्ना महारानी के विधवा होने की वजह से पन्ना के जुगल किशोर मंदिर में श्रीकृष्ण की आरती करने से उन्हे रोका गया, यह आरोप लगाते हुए उनके बेटे छत्रसाल कहते हैं कि गर्भगृह में घुसने से रोका गया और  फ़िर घसीट कर मंदिर से बाहर निकाला गया। ज्ञात होकि महारानी पर मंदिर प्रशासन की शिकायत के बाद FIR दर्ज कर उन्हे  गिरफ़्तार किया गया है, मंदिर प्रशासन का आरोप है कि महारानी नशे में थी और मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश कर रहीं थीं।

क्या है पूरी घटना ?

दरअसल, पन्ना में श्री कृष्ण का जुगल किशोर मंदिर है। परंपराओं के अनुसार जन्माष्टमी महोत्सव पर पन्ना महाराज द्वारा सबसे पहले आरती और पूजा की जाती थी। पन्ना महाराज की कुछ वक्त पहले मौत हो गई है। कल रात जब उनकी विधवा पत्नी जीतेश्वरी देवी अपने बेटे को लेकर जुगल किशोर मंदिर पूजा करने के लिए आई और गर्भ गृह में घुसने लगी तो विधवा बता कर उन्हें और बेटे को रोक दिया गया। कुछ देर बाद जीतेश्वरी गर्भगृह के अंदर घुस गईं और आरती करने लगी तो विधवा द्वारा आरती करना अशुभ बता कर कथित थाली छीन ली गई, जिसपर वो गिर पड़ी। आख़िर में उन्हें मंदिर से खींच कर बाहर कर दिया गया और मन्दिर प्रशासन द्वारा FIR करवाई गई। 8 सितंबर 2023 की  दोपहर उन्हें गिरफ़्तार कर जेल भेज दिया गया।

महारानी के बेटे छत्रसाल ने बताया, मुझे आरती से रोक गया

महारानी जीतेश्वरी देवी के सुपुत्र छत्रसाल ने बताया कि हर बार की तरह “वो रात 11:30 में मंदिर के गेट पर 7 लोगों के साथ पहुंचे थे। पिछली बार पिता के साथ आए थे। पर पुलीस ने उन्हें रोक दिया।” “जब मैंने अपना परिचय दिया और कहा कि परपंरा के अनुसार मेरे बिना आरती शुरु नहीं होगी, तो पुलिस वाले ने कहा ऊपर से आदेश है आप अंदर नहीं जा सकते हैं। जो करना है कर लो।

” छत्रसाल  ने बताया, “जब मुझे रोके जानें की ख़बर मम्मी तक पहुंची तो वो मंदिर के पीछे के दरवाज़े से अंदर आईं और गर्भगृह के सामने जगमोहन के पास खड़ी हो गई।” वह बताते है “चुकी परपंरा थी के जब तक राज परिवार का कोई व्यक्ति चौर नहीं हिलाएगा तब तक पूजा शुरु नहीं होगी। तो वह गुस्से में चौर हिलाने लगी और आरती करने की बात कहने लगी। जब उनके हाथ से चौर छीना गया, तो वो गिर पड़ी और उन्हें पुलिस द्वारा बल पूर्वक बाहर कर दिया गया।”

एक सत्ताधारी नेता की साजिश के तहत मुझे रोका गया और मम्मी के साथ यह हरकत की गई

“मैं पिता जी के साथ पिछली बार गया था और उससे पहले अकेले भी गया था,  पर मेरी मां को वहाँ की प्रक्रिया के बारे में नहीं पता था। एक सत्ताधारी नेता की साजिश के तहत मुझे रोका गया और मम्मी के साथ यह हरकत की गई। पिता जी के देहांत के बाद उन्होंने हमें परेशान कर रखा है।” “हम लोग 12:40 के आस पास साथ मंदिर से निकल कर घर पहुंचे तब मम्मी ने बताया कि वो इसलिए दौड़ कर आई ताकि परंपरा ना टूटे।” वो कहते है “जिस तरह कृष्ण ने अपने हक़ कि लड़ाई लड़ी थी, हम भी अपने हक़ के लिए लड़ेगे।

मंदिर समिति का आरोप, महारानी ने पूजा के दौरान अड़चन पैदा कि और वह नशे की हालत में थीं

” छत्रसाल के बयान के इतर मीडिया रिर्पोट के अनुसार मंदिर समिति का आरोप है, कि उन्होंने मंदिर में पूजा के दौरान अड़चन पैदा की और वो नशे की हालात में थी। पन्ना डीएसपी राजीव भदौरिया ने बताया कि समिति की शिकायत पर जीतेश्वरी देवी के विरुद्ध धारा 295 [A] और 353 के तहत मामला दर्ज किया। हालाकि मम्मी के नशे में होने की बात को चत्रसाल ने ख़ारिज करते हुए कहा कि यह उन्हें बदनाम करने की कोशिश है। चत्रसाल ने यह भी कहा कि उसकी मां को विधवा कह कर वहा से भगाया गया और अभद्रता की गई।

पन्ना एसपी साई कृष्णा एस थोटा के अनुसार

मंदिर समिति के आरोप पर FIR दर्ज़ कर उन्हें गिरफ्तार किया गया है। – आरोपी महिला द्वारा एक आवेदन दिया गया है जिसमें उन्होंने मंदिर समिती पर परिवार के लोगों को मंदिर में ना घुसने देने, अभद्रता करने और अपशब्द कहने का आराेप लगाय है। – शराब के नशे की बात पर उन्होंने कहा कि उसकी जांच करवाई गई है रिर्पोट आने पर तस्वीर साफ़ होगी।

जुगलकिशोर मंदिर के पुजारी बोले, महिला और विधवा नहीं छू सकती चंवर

ETV Bharat MP से बात करते हुए मंदिर के महंत पंडित देवी प्रसाद दीक्षित ने बताया कि “महारानी जितेश्वरी देवी ने मंदिर के उस हिस्से में प्रवेश कर लिया था, जहां किसी को जाने की अनुमति नहीं है। दूसरी बात वे स्त्री हैं, उस पर विधवा हैं। जुगल किशोर जी की चंवर किसी भी हालत में विधवा नहीं डुला सकती। इसलिए भी उन्हें बाहर किया गया।”