0

राजस्थान के होस्टल्स में राष्ट्रगान होगा अनिवार्य

Share

राजस्थान में जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे है देशभक्ति का नुस्खा उबाल पर है. अपने फैसलों से हमेशा सुर्ख़ियों में रहने वाली राजस्थान सरकार का एक और फैसला विवादों में है. राजस्थान सरकार ने राज्य के सभी सरकारी और सरकार द्वारा संचालित होस्टलों (छात्रावासों) में सुबह 7 बजे राष्ट्रगान गाना अनिवार्य कर दिया है.  समाजिक न्यास एवं अधिकारिता मंत्री अरूण चतुर्वेदी ने बयान जारी कर इसकी शुरूवात विद्यर्थियों में राष्ट्रीयता की भावना जागृत करने के लिए छात्रावासों में राष्ट्रगान गाना अनिवार्य कर दिया है. उन्होंने कहा कि इसकी शुरूआत 26 नवंबर संविधान दिवस के मौके से हुई. राज्य में लगभग 800 छात्रावासों में करीब 40,000 विद्यार्थी रहते हैं. इससे छात्रावासों के वार्डन की भी उपस्थिति सुनिश्चित हो सकेगी.
Image result for tiranga
विपक्ष और इंटलेक्चुअल्स वर्ग लंबे समय से भाजपा शासित प्रदेशों और केंद्र सरकार पर अति राष्ट्रवाद(hyper nationalism) का आरोप लगाता रहा है. अभी इसी क्रम में विपक्ष को राजस्थान की भाजपा सरकार पर एक और आरोप लगाने का मौका मिल गया है

घोषणा के एक दिन पहले से ही लागू है निर्देश

राज्‍य के स्‍कूलों में राष्‍ट्रगान पहले से ही अनिवार्य बनाया हुआ है. अब हॉस्‍टल्‍स में भी इसे अनिवार्य कर दिया गया है. इस संबंध में आधिकारिक बयान सोमवार को जारी किया गया. यहां यह दिलचस्‍प है कि निर्देश जारी होने के एक दिन पहले यानी रविवार से ही यह लागू है.
‘टाइम्‍स ऑफ इंडिया’ की रिपोर्ट के अनुसार, राजस्‍थान के न्‍याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के सचिव समित शर्मा ने दावा किया कि हॉस्‍टल्‍स में राष्‍ट्रगान पहले से ही छात्रों की नियमित दिनचर्या का हिस्‍सा है. हालांकि उन्‍होंने यह भी कहा कि इस संबंध में निर्देश एक बार फिर से जारी किया जाएगा, क्‍योंकि हॉस्‍टल्‍स में कर्मचारियों की कमी के कारण यह नियमित तौर पर नहीं हो पाता था। समाचार-पत्र के अनुसार, राज्‍य में सामाजिक न्‍याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के करीब 800 हॉस्‍टल्‍स हैं, जिसमें 40,000 छात्र रहते हैं.

पहले जयपुर नगर निगम में भी जारी किया जा चूका है ऐसा ही निर्देश

कुछ दिनों पहले ही जयपुर नगर निगम ने कर्मचारियों के लिए ऐसा ही निर्देश जारी किया था.निगम के मेयर ने भी अपने कर्मचारियों को हर रोज सुबह 9 बजे राष्ट्रगान और शाम 5 बजे राष्ट्रगीत वंदे मातरम गाने का निर्देश दिया था. इसी महीने की शुरुआत में राजस्‍थान युवा बोर्ड ने भी 8 नवंबर को एसएमएस स्‍टेडियम में ‘वंदे मातरम’ कार्यक्रम का आयोजन किया था, जिसमें मुख्‍यमंत्री वसुंधरा राजे भी शामिल हुई थीं.