केंद्रीय बैंक ने रेपो दर को छह फीसद पर पूर्ववत रखा है. इससे बैंकों के समक्ष ब्याज दरों में कमी लाने की गुंजाइश काफी कम रह गई है. इससे फिलहाल वाहन और मकान के लिए कर्ज सस्ता होने की भी गुंजाइश कम बची है.आने वाले दिनों में महंगाई दर बढने की चिंता में रिजर्व बैंक ने नीतिगत ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया है.
केंद्रीय बैंक ने जीडीपी ग्रोथ की अनुमानित दर का अपना पिछला अनुमान 6.7% ही कायम रखा. रिजर्व बैंक के मुताबिक वित्त वर्ष 2018 में देश की जीडीपी 6.7 प्रतिशत की दर से बढ़ सकती है. रिजर्व बैंक ने दूसरी छमाही में में महंगाई दर 4.3 से 4.6 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है. बहरहाल, नई क्रेडिट पॉलिसी आने के बाद शेयर बाजार में तेज गिरावट आई है. निफ्टी बैंक 200 से ज्यादा पॉइंट्स टूट गए. वहीं, सेंसेक्स में भी 196 पॉइंट्स की गिरावट आ गई.
Fifth Bi-monthly Monetary Policy Statement, 2017-18 Resolution of the Monetary Policy Committee (MPC) Reserve…https://t.co/QDP0tKxwQM
— ReserveBankOfIndia (@RBI) December 6, 2017
गवर्नर उर्जित पटेल की अध्यक्षता वाली छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने इस वित्त वर्ष की पांचवीं द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में मुख्य नीतिगत दर रेपो को 6 फीसद पर पूर्ववत रखा है. रिजर्व बैंक ने बुधवार को जारी अपनी द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा में वर्ष की दूसरी छमाही के लिए मुद्रास्फीति का अनुमान पहले के 4.2-4.6 फीसद से बढ़ाकर 4.3- 4.7 फीसद कर दिया. हालांकि बैंक ने 2017-18 के लिए आर्थिक वृद्धि के अनुमान को अभी 6.7 फीसद पर पूर्ववत रखा है.